कश्मीर मुद्दे और अनुच्छेद 370 पर तुर्की और मलेशिया के बयान पूर्वाग्रह से ग्रस्त, उइगर मुसलमान पर क्यों नहीं बोलते
By भाषा | Published: October 4, 2019 06:22 PM2019-10-04T18:22:03+5:302019-10-04T18:23:04+5:30
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ जम्मू कश्मीर को लेकर हाल का भारत का निर्णय पूरी तरह से आंतरिक मामला है ।’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इस विषय पर कई बार तथ्य रख चुके हैं।
भारत ने कश्मीर मुद्दे पर तुर्की एवं मलेशिया के बयान की ‘कड़ी निंदा’ करते हुए देश के आंतरिक मुद्दे से जुड़े विषय पर इन दोनों के बयान को ‘‘तथ्य से परे’ बताया तथा मित्रतापूर्ण संबंधों की ओर ध्यान दिलाते हुए उनसे ऐसे बयान देने से बचने को कहा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ जम्मू कश्मीर को लेकर हाल का भारत का निर्णय पूरी तरह से आंतरिक मामला है ।’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इस विषय पर कई बार तथ्य रख चुके हैं।
MEA on Malaysia raising Kashmir issue at UNGA: J&K signed Instrument of Accession like all other princely states, Pak invaded & illegally occupied parts of J&K. Govt of Malaysia should bear in mind the friendly relations between the 2 countries & desist from making such remarks. https://t.co/UYBFK8235xpic.twitter.com/WWBXwzZcYv
— ANI (@ANI) October 4, 2019
तथ्य यह है कि जम्मू कश्मीर ने भारत के साथ विलय के प्रपत्र पर हस्ताक्षर किया था। पाकिस्तान ने उस पर हमला किया और जम्मू कश्मीर के एक हिस्से पर कब्जा कर लिया। इसे संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी माना है। इसके साथ ही जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख में हाल का घटनाक्रम भारत का आंतरिक मामला है।
तुर्की को मित्रतापूर्ण देश बताते हुए कुमार ने कहा कि छह अगस्त के बाद से तुर्की सरकार और उसके विदेश मंत्रालय की ओर से जिस प्रकार के बयान आ रहे हैं, ‘‘उसकी हम निंदा करते हैं ।’’ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ तुर्की का बयान तथ्यात्मक रूप से गलत, दुर्भावना से प्रेरित है। हम चाहते हैं कि तुर्की की सरकार वस्तुस्थिति के बारे में उपयुक्त समझ बनाने के बाद ही आगे कोई बयान दें। ’’
उन्होंने कहा कि जहां तक मलेशिया का सवाल है, उस देश के साथ भी भारत के मित्रतापूर्ण संबंध रहे हैं और हाल के वर्षो में ये और बेहतर हुए हैं । कुमार ने कहा, ‘‘लेकिन मलेशिया के बयान (मलेशिया के प्रधानमंत्री का) से हमें भी आर्श्चय हुआ है और हम इसकी निंदा करते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मलेशिया के प्रधानमंत्री का बयान तथ्यों पर आधारित नहीं था।’’ गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दे को उठाते हुए मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने आरोप लगाया था कि भारत ने जम्मू कश्मीर पर हमला बोला और कब्जा किया। उन्होंने नयी दिल्ली से पाकिसतान के साथ मिलकर काम करने को कहा। तुर्की ने भी कश्मीर की स्थिति पर भारत की आलोचना की थी।