कौन हैं एयर मार्शल एन तिवारी, एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित और लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा, पहलगाम हमले के बाद एक्शन में सेना?
By सतीश कुमार सिंह | Updated: May 1, 2025 19:25 IST2025-05-01T18:17:00+5:302025-05-01T19:25:54+5:30
भारतीय सेना में समृद्ध परिचालन अनुभव रखने वाले सम्मानित अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा ने बृहस्पतिवार को उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में पदभार ग्रहण किया।

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नई दिल्लीः पहलगाम हमले के बाद केंद्र में मोदी सरकार और सेना एक्शन मोड पर है। एयर मार्शल एन तिवारी, एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित और लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा ने गुरुवार को पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव और दूसरी तरफ चीन के साथ जारी गतिरोध के बीच महत्वपूर्ण उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-इन-सी) के रूप में कार्यभार संभाला। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार को ही मेजर जनरल लिसम्मा पीवी ने नयी दिल्ली स्थित सैन्य नर्सिंग सेवा (एमएनएस) की अतिरिक्त महानिदेशक का पदभार ग्रहण किया। उन्होंने लेफ्टिनेंट जनरल एम वी सुचिन्द्र कुमार का स्थान लिया, जो 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त हुए।
रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘लेफ्टिनेंट जनरल शर्मा ने आज उत्तरी कमान के जीओसी-इन-सी का पदभार ग्रहण किया। जनरल ऑफिसर के पास समृद्ध परिचालन अनुभव है। वह नियंत्रण रेखा पर एक पैदल सेना बटालियन, ब्रिगेड और डिवीजन की कमान संभाल चुके हैं और पश्चिमी क्षेत्र में एक स्ट्राइक कोर का भी नेतृत्व कर चुके हैं।’’
लेफ्टिनेंट जनरल शर्मा राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए), खड़कवासला (पुणे), भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून और रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन के पूर्व छात्र हैं। उन्हें दिसंबर 1987 में मद्रास रेजिमेंट में कमीशन प्राप्त हुआ था। बयान के मुताबिक, लेफ्टिनेंट जनरल शर्मा को स्टाफ और अनुदेशात्मक नियुक्तियों में विविध अनुभव है, जिसमें संयुक्त राष्ट्र मिशन में स्टाफ अधिकारी का पद भी शामिल है।
रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक लिसम्मा पीवी मेजर जनरल शीना पी.डी. का स्थान लेंगी, जो चार दशक तक सेवा देने के बाद 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त हो गईं। केरल के कोल्लम जिले से ताल्लुक रखने वाली मेजर जनरल लिसम्मा पीवी जालंधर के सैन्य अस्पताल के स्कूल ऑफ नर्सिंग की पूर्व छात्रा हैं। बयान में कहा गया है, ‘‘1986 में एमएनएस में शामिल होने के बाद जनरल ऑफिसर ने कला और कानून में स्नातक की डिग्री के साथ-साथ अस्पताल प्रशासन में परास्नातक की डिग्री भी हासिल की।’’
एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित ने सीआईएससी के रूप में कार्यभार संभाला
एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित ने बृहस्पतिवार को ‘चीफ ऑफ इंटीग्रेटिड डिफेंस स्टाफ’ (सीआईएससी) के रूप में पदभार ग्रहण किया, जिसे इंटीग्रेटिड डिफेंस स्टाफ के मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण पद माना जाता है। एयर मार्शल दीक्षित 20 से अधिक प्रकार के विमानों में 3,300 घंटे से अधिक उड़ान के अनुभव वाले एक कुशल लड़ाकू पायलट हैं।
वह लेफ्टिनेंट जनरल जे पी मैथ्यू का स्थान लेंगे, जो बुधवार को सेवानिवृत्त हुए। कार्यभार संभालने से पहले एयर मार्शल दीक्षित ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। लगभग चार दशकों के अपने करियर में एयर मार्शल दीक्षित ने विभिन्न पदों पर कार्य किया है तथा उनकी सेवाओं के लिए उन्हें अति विशिष्ट सेवा पदक, विशिष्ट सेवा पदक और वायु सेना पदक से सम्मानित किया गया है। सीआईएससी का कार्यभार संभालने से पहले, एयर मार्शल दीक्षित मध्य वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के पद पर तैनात थे।
उन्होंने उत्तर भारत और मध्य क्षेत्र में परिचालन तत्परता बढ़ाने और सेना के अन्य अंगों के साथ समन्वय को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया। दीक्षित को छह दिसंबर, 1986 को भारतीय वायु सेना की लड़ाकू शाखा में शामिल किया गया था। वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खड़कवासला, रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज (बांग्लादेश) और राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय, नयी दिल्ली के पूर्व छात्र हैं।
वह एक योग्य उड़ान प्रशिक्षक और प्रायोगिक परीक्षण पायलट हैं, जिनके पास मिराज-2000, मिग-21 और जगुआर सहित 20 से अधिक प्रकार के विमानों की 3,300 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव है। इस बीच, एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी ने एयर मार्शल एस.पी. धारकर की सेवानिवृत्ति के बाद वायु सेना के नए उप-प्रमुख का पदभार संभाला है। तिवारी पहले गांधीनगर में दक्षिण पश्चिमी वायु कमान की कमान संभाल रहे थे और अब उनकी जगह वर्तमान प्रशिक्षण कमान प्रमुख एयर मार्शल नागेश कपूर लेंगे।
एयर मार्शल तेजिंदर सिंह ने भारतीय वायुसेना प्रशिक्षण कमान का नेतृत्व संभाला
एयर मार्शल तेजिंदर सिंह ने बृहस्पतिवार को भारतीय वायु सेना की प्रशिक्षण कमान के प्रमुख का कार्यभार संभाल लिया। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी। रक्षा जनसंपर्क कार्यालय ने यहां ‘एक्स’ पर जारी एक पोस्ट में कहा कि कार्यभार संभालने के बाद एयर मार्शल सिंह ने मुख्यालय प्रशिक्षण कमान में औपचारिक सलामी गारद का निरीक्षण किया और वहां युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
एयर मार्शल सिंह ने जून 1987 में कमीशन प्राप्त किया था और उन्हें करीब 4,500 घंटों से अधिक समय तक विमान उड़ाने का अनुभव है। उन्होंने लड़ाकू स्क्वाड्रन, रडार स्टेशन, एक प्रमुख युद्धक ठिकाने की कमान संभाली है और जम्मू-कश्मीर में एयर ऑफिसर कमांडिंग भी रहे हैं।
उन्होंने सहायक वायुसेनाध्यक्ष ऑपरेशन (आक्रमण), सहायक वायुसेनाध्यक्ष ऑपरेशन (रणनीति) और सीनियर एयर स्टाफ आफिसर, पूर्वी वायु कमान जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। एयर मार्शल सिंह इससे पहले वायु सेना मुख्यालय में डिप्टी चीफ ऑफ एयर स्टाफ के पद पर तैनात थे।