Anti CAA Protest: कांग्रेस नेता व शायर इमरान प्रतापगढ़ी को 1 करोड़ रुपये का नोटिस, जानें क्या है आरोप
By धीरज पाल | Published: February 15, 2020 02:21 PM2020-02-15T14:21:37+5:302020-02-15T14:26:28+5:30
नागिरकता कानून संशोधन (CAA) के खिलाफ मुरादाबाद के ईदगाह मैदान में ‘अनिश्चितकालीन’ धरने का आयोजन हुआ था। जहां इमरान प्रतापगढ़ी ने भाषण दिया था।
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस नेता व कवि इमरान प्रतापगढ़ी को मुरादाबाद प्रशासन ने नोटिस भेजा है। प्रतापगढ़ी पर एक करोड़ चार लाख आठ हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। मुरादाबाद प्रशासन ने इमरान प्रतापगढ़ी पर सीएए के विरोध में लोगों को भड़काने और धारा 144 के इल्लंघन का आरोप लगाया है।
इससे पहले नागिरकता कानून संशोधन (CAA) के खिलाफ मुरादाबाद के ईदगाह मैदान में ‘अनिश्चितकालीन’ धरने का आयोजन हुआ था। जहां इमरान प्रतापगढ़ी ने प्रशासन के इजाजत के बावजूद भाषण दिया था। इसके बाद धरना देने वाले प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया था। इनमें से अधिकतर महिलायें थीं। मुरादाबाद में अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लागू की गयी थी और प्रशासन ने हिंसा में शामिल रहने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की हिदायत दी थी।
क्या है नागरिकता संशोधन कानून (CAA)
सीएए के अनुसार हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के जो सदस्य 31 दिसंबर 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत आए हैं और जिन्हें अपने देश में धार्मिक उत्पीड़न का सामना पड़ा है, उन्हें गैरकानूनी प्रवासी नहीं माना जाएगा, बल्कि भारतीय नागरिकता दी जाएगी।
संभल के एसडीएम ने 13 लोगों को भेजा था नोटिस
इससे पहले नागरिकता कानून संशोधन (CAA) के खिलाफ महिलाओं को धरने के लिए उकसाने पर यूपी के संभल जिले के एसडीएम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 13 लोगों को नोटिस भेजा था। नोटिस में इन प्रत्येक लोगों पर 50-50 लाख रुपये का निजी मुचलका (बॉन्ड) भरने का भी आदेश दिया।
कौन हैं इमरान प्रतापगढ़ी
इमरान प्रतापगढ़ी सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं। इमरान प्रतापगढ़ी का जन्म 6 अगस्त 1987 में उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिला में हुआ था। प्रतापगढ़ में जन्म की वजह से इमरान ने अपने नाम के आगे 'प्रतापगढ़ी' जोड़ लिया। इमरान प्रतापगढ़ी अपने खास उर्दू-हिंदी शायरी के लिए युवाओं के बीच में काफी फेमस हैं। इन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से अपनी पढ़ाई की है। साल 2016 में पूर्व अखिलेश की सरकार में इन्हें यश भारती पुरस्कार से नवाजे जा चुके।