अब मोदी सरकार के खिलाफ उतरे अन्ना, कहा-मांगें नहीं मानीं तो प्राण त्याग दूंगा
By IANS | Published: December 24, 2017 10:23 PM2017-12-24T22:23:52+5:302017-12-24T22:35:47+5:30
अन्ना ने कहा कि भारत को आजाद हुए 70 वर्ष हो गए हैं, लेकिन देश के हालात पहले जैसे हैं। अब तो गोरे देश छोड़ कर चले गए, कालों ने राज कर लिया।
समाजसेवी तथा लोकपाल के समर्थक अन्ना हजारे ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने बातें नहीं मानीं तो आंदोलन में प्राण त्याग दूंगा। संभल के नगर पालिका मैदान में भारतीय किसान यूनियन (असली) के किसान सम्मेलन में रविवार को यह बात कही। इस मौके पर अन्ना ने 23 मार्च को दिल्ली में आयोजित आंदोलन में शामिल होने के लिए लोगों का आह्वान किया और कहा कि अगर जेल में जाने को तैयार हों तो दिल्ली में आंदोलन में आना।
अन्ना ने कहा कि भारत को आजाद हुए 70 वर्ष हो गए हैं, लेकिन देश के हालात पहले जैसे हैं। अब तो गोरे देश छोड़ कर चले गए, कालों ने राज कर लिया। दिल्ली में आंदोलन अंतिम होगा। इसमें सरकार को सभी मांगें पूरी करनी होगी नहीं तो आंदोलन में बैठे प्राण त्याग दूंगा।
अन्ना हजारे ने कहा कि आम लोगों को अभी भी समस्याएं आ रही हैं। देश के किसान पीड़ित हैं। बैंकों ने उनको कर्ज दिया है, लेकिन उन्हें ज्यादा ब्याज ज्यादा देना पड़ रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक को सभी किसानों के लिए ब्याज दर निश्चित करना चाहिए। साथ ही बैंकों को किसानों के लाभ के लिए ब्याज को ठीक करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि किसान आत्महत्या करते हैं क्योंकि वे बैंकों का ऋण चुकाने के लिए फसलों के अच्छे दाम नहीं पाते है। वहीं, उनके धान के लिए कोई एमएसपी नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने पिछले तीन सालों में पीएम मोदी को 32 पत्र लिखे हैं, लेकिन उनमें से किसी का भी पीएमओ से कोई जवाब नहीं आया है।