अमृतसर हादसा: रेलवे बड़े पैमाने पर अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाएगा, बजट नहीं बनेगा 'बाधा'
By भाषा | Updated: October 21, 2018 00:28 IST2018-10-21T00:28:58+5:302018-10-21T00:28:58+5:30
रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने अमृतसर में दशहरा मेला के दौरान पटरी पर आए लोगों को रौंदने वाली ट्रेन के चालक के खिलाफ कोई भी दंडात्मक कारवाई से इनकार कर दिया है।

अमृतसर हादसा: रेलवे बड़े पैमाने पर अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाएगा, बजट नहीं बनेगा 'बाधा'
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्विनी लोहानी ने शनिवार को कहा कि रेलवे देश भर में अपने नेटवर्क में पटरियों पर अतिक्रमण के खिलाफ व्यापक अभियान शुरू करेगा। यह बयान ऐसे समय आया है जब शुक्रवार को एक ट्रेन की चपेट में आकर दशहरा देख रहे 59 लोगों की मौत हो गई थी और रेलवे ने इसे ‘‘अतिक्रमण का स्पष्ट मामला’’ करार दिया था।
लोहानी ने कहा कि रेलवे ने पहले भी ऐसे अभियान चलाए हैं लेकिन रूक रूक कर। रेलवे ने देश भर में रेल की पटरियों पर ‘सेल्फी को लेकर हो रही मौतों’ के मामले सामने आने के बाद पिछले साल भी अभियान शुरू किया था।
उन्होंने कहा, ‘‘हम अतिक्रमण और उसके खतरों के खिलाफ राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करेंगे। ऐसे हादसों को रोकने के लिये हम यही कर सकते हैं।’’
रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने अमृतसर में दशहरा मेला के दौरान पटरी पर आए लोगों को रौंदने वाली ट्रेन के चालक के खिलाफ कोई भी दंडात्मक कारवाई से इनकार कर दिया है। शनिवार को सिन्हा ने कहा कि रेलवे की तरफ से कोई लापरवाही नहीं थी।
सिन्हा ने इसके साथ ही लोगों को भविष्य में रेल पटरियों के पास ऐसा कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं करने की सलाह दी। इस दुर्घटना में अभी तक 59 लोगों की मौत हुई है।
रेलवे ने कहा है कि उसकी कोई गलती नहीं थी क्योंकि दशहरा कार्यक्रम के बारे में उसे कोई सूचना नहीं दी गई थी ।उन्होंने कहा, ‘‘दुर्घटना में रेलवे की कोई गलती नहीं थी। हमारी ओर से कोई चूक नहीं थी और ट्रेन चालक के खिलाफ कोई कार्रवाई शुरू नहीं की जाएगी।