CAA हिंसा को लेकर बरसे अमित शाह, कहा-कांग्रेस के नेतृत्व में टुकड़े-टुकड़े गैंग ने दिल्ली को किया अशांत
By स्वाति सिंह | Published: December 26, 2019 02:18 PM2019-12-26T14:18:48+5:302019-12-26T14:18:48+5:30
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नागरिकता संसोधन कानून पर हुए विरोध प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला। अमित शाह ने कहा 'कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में टुकड़े-टुकड़े गैंग जो दिल्ली की अशांति के लिए जिम्मेदार हैं
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नागरिकता संसोधन कानून पर हुए विरोध प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन कानून पर बहस के दौरान कांग्रेस इधर-उधर की बातें कर रही थी, लेकिन जैसे ही बाहर निकली इसने लोगों में भ्रम फैलाना शुरू किया। अमित शाह ने कहा 'कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में टुकड़े-टुकड़े गैंग जो दिल्ली की अशांति के लिए जिम्मेदार हैं, इसको दंड देने का समय आ गया है। दिल्ली की जनता को इन लोगों को दंड देना चाहिए।'
दिल्ली में आयोजित सीएए विरोधी प्रदर्शनों में से कुछ मसलन जामिया मिल्लिया इस्लामिया और सीलमपुर जैसे इलाकों में हिंसक हो गए थे। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भाजपा के प्रदर्शन पर विश्वास जताते हुए शाह ने दावा किया कि दिल्ली में केजरीवाल सरकार का समय समाप्त हो गया है और अब ‘कमल खिलेगा’।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में ऐसी सरकार है, जो सिर्फ दूसरे के किए कामों पर अपना ठप्पा लगाती है। कल एक ऐड देखा जिसमें दिल्ली के सीएम कह रहे हैं कि हर घर को जल मिलेगा, लेकिन केजरीवाल साहब ये भूल गए है कि यह सपना प्रधानमंत्री जी ने ही 15 अगस्त को दिखाया था।
#WATCH Home Minister Amit Shah: Congress party ke netritva me tukde-tukde gang jo Dilli ke ashanti ke liye zimmedar hai, isko dand dene ka samay aa gya hai. Dilli ki janata ne dand dena chahiye. pic.twitter.com/3qJKEHlE9h
— ANI (@ANI) December 26, 2019
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा,‘‘दिल्ली, आपने (हमें) भाजपा के सभी सात सांसद दिए। अब राष्ट्रीय राजधानी के विकास के लिए अगले चुनाव में भाजपा विधायक (एक मौका) देने का वक्त है।’’
उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि ‘आप’ सरकार ने केन्द्र की योजनाओं में बाधा डाली है।
शाह ने आरोप लगाया, ‘‘केजरीवाल ने प्रधानमंत्री आवास योजना और आयुष्मान योजना लागू नहीं की। वह हमारी मूल परियोजनाओं पर केवल अपना नाम डालना चाहते हैं।’’ दिल्ली में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।