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अब अमरनाथ यात्रियों के लिए आनलाइन रजिस्ट्रेशन, जानें पूरी प्रक्रिया

By सुरेश डुग्गर | Updated: May 29, 2019 16:00 IST

अमरनाथ यात्रा 2019: पहली जुलाई 2019 से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा के इच्छुक यात्री अब ऑनलाईन पंजीकरण कर पाएंगे। लेकिन शुरू में सिर्फ 500 ही श्रद्धालु ऑनलाईन पंजीकरण रोजाना करा सकेंगे।

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ठळक मुद्देबालटाल मार्ग और पहलगाम मार्ग से रोजाना 250-250 श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाईन पंजीकरण सुविधा ही उपलब्ध रहेगी। राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में राज्यपाल ने बोर्ड के अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में इस सेवा को शुरु किया।

अमरनाथ यात्रा में शामिल होने वालों के लिए खुशखबरी। उन्हें अब पंजीकरण के लिए लंबी लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। वह घर बैठकर भी आवेदन कर सकते हैं। अमरनाथ श्राईन बोर्ड के अध्यक्ष राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने इच्छुक श्रद्धालुओं के लिए पायलट आधार पर शुरु की गई ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन सुविधा का बुधवार को शुभारंभ किया।

पहली जुलाई 2019 से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा के इच्छुक यात्री अब ऑनलाईन पंजीकरण कर पाएंगे। लेकिन शुरू में सिर्फ 500 ही श्रद्धालु ऑनलाईन पंजीकरण रोजाना करा सकेंगे। उन्होंने बताया कि बालटाल मार्ग और पहलगाम मार्ग से रोजाना 250-250 श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाईन पंजीकरण सुविधा ही उपलब्ध रहेगी। इस सुविधा का लाभ लेने के इच्छ़ुक श्रद्धालुओं को प्रति श्रद्धालु 200 रुपये के शुल्क के साथ संबधित राज्य व केंद्र शासित राज्य द्वारा स्वास्थ्य प्रमाणपत्र जारी करने के लिए नामित डाक्टर अथवा अस्पताल द्वारा जारी स्वास्थ्य प्रमाणपत्र को भी अपलोड करना होगा।

राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में राज्यपाल ने बोर्ड के अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में इस सेवा को शुरु किया। बोर्ड के सीईओ उमंग नरुला ने इस मौके पर बताया कि ऑनलाईन पंजीकरण की सुविधा को पायलट आधार पर शुरु करने का फैसला बोर्ड की गत सात मार्च 2019 को हुई 36वीं निदेशक मंडल में लिया गया था। उन्होंने बताया कि ऑनलाईन पंजीकरण की सुविधा को एनआईसी की मदद से तैयार किया गया है।

श्राईन बोर्ड ने एक नयी पहल के तहत यात्रा परिमट प्रपत्र पर क्यूआर और बॉर कोडिंग शुरु की है। क्यूआर कोड को यात्रियों के डाटा बेस में उनके मोबाईल नंबर के साथ जोड़ा जाएगा। यात्रा प्रमाणपत्र के क्यूआर कोड को दोमेल व चंदनबाड़ी स्थित एक्सेस कंट्रोल गेट व अन्य शिविरों में स्कैन किया जाएगा। इससे रियल टाईम आधारित यात्रियों की गणना और निगरानी हो सकेगी। 

कंप्यूटर द्वारा जारी यात्रा पर्ची को, जिस पर क्यूआर और बॉर कोड होगा, स्वास्थ्य प्रमाणपत्र की असल प्रति के साथ दोमेल, चंदनबाड़ी स्थित एक्सेस कंट्रोल गेट पर संबधित अधिकारियों को दिखाना होगा। इसके बिना संबधित श्रद्धालु को यात्रा की अनुमति नहीं होगी।

टॅग्स :अमरनाथ यात्राजम्मू कश्मीर
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