चंडीगढ़, 22 जुलाई पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को 'मवाली' कहने पर केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी से तत्काल इस्तीफे की मांग की।
पिछले लगभग आठ महीनों से केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के लिए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता की आलोचना करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पार्टी की "किसान विरोधी" मानसिकता को दर्शाता है।
अमरिंदर सिंह ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि सत्ताधारी पार्टी द्वारा असहमति और विरोध की सभी आवाजों को "दबाने" के कथित शर्मनाक प्रयासों को देखते हुए, यह स्पष्ट हो गया है कि केंद्र किसानों की भावना को तोड़ने में विफल रहा है।
मीडिया संगठनों पर आईटी के छापे की नवीनतम घटना को लेकर उन्होंने राजग सरकार की उसके खिलाफ बोलने की हिम्मत करने वाली हर एक आवाज को "दबाने" के उसके प्रयासों के लिए फटकार भी लगाई।
गौरतलब है कि बृहस्पतिवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित हिंसा की घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर लेखी ने प्रदर्शनकारी यूनियनों को “मवाली” बताकर उनकी निंदा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जंतर मंतर पर किसानों के प्रदर्शन के दौरान पत्रकार पर हमला निंदनीय है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। केंद्रीय मंत्री की प्रतिक्रिया पूरी तरह से अनुचित और भड़काऊ थी।
उन्होंने कहा कि लेखी को इस तरह से किसानों को 'बदनाम' करने का कोई अधिकार नहीं है।
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