नयी दिल्ली, 27 सितंबर कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) समर्थक पत्रिका ‘पांचजन्य’ में अमेजन के खिलाफ छपे लेख को लेकर को सोमवार को कहा कि इस ई-वाणिज्य कंपनी के खिलाफ लगे रिश्वतखोरी के आरोप गंभीर हैं, जिनकी अनदेखी नहीं की जा सकती।
पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने यह भी कहा कि अमेजन के बारे में आरएसएस का कुछ भी कहना अप्रासंगिक है, क्योंकि हाल के दिनों में उसके दोहरे मापदंड सामने आए हैं।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आरएसएस का कुछ भी कहना अप्रासंगिक है। लेकिन अमेजन का मुद्दा जो मेरे वरिष्ठ सहयोगी रणदीप सिंह सुरजेवाला जी ने भी उठाया था, वो गंभीर है और इसकी अनदेखी नहीं की जा सकती।’’
दरअसल, ‘पांचजन्य’ ने अपने एक लेख में अमेजन को ‘दूसरी ईस्ट इंडिया कंपनी’ बताया है। हाल ही में एक अन्य लेख से जुड़े विवाद के बाद आरएसएस ने कहा था कि ‘पांचजन्य’ उसकी पत्रिका नहीं है।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने पिछले दिनों अरोप लगाया था, ‘‘ विदेशी ई-वाणिज्य कंपनी अमेजन ने पिछले दो साल में भारत में कानूनी शुल्क के नाम पर 8,546 करोड़ रुपये का भुगतान किया। अब सामने आया है कि यह पैसा तथाकथित रिश्वत के तौर पर दिया गया।’’
अमेजन ने इस मामले पर कहा है कि इस राशि में उसके कानूनी मामलों के साथ- साथ पेशेवर मामलों का खर्च भी शामिल है तथा यह केवल विधिक कार्यों से जुड़ा खर्च नहीं है।
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