अमृतसर, 30 जून शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने बुधवार को आरोप लगाया कि पंजाब में ब्यास नदी के निकट अवैध खनन किया जा रहा है। हालांकि राज्य के खनन विभाग ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया।
पार्टी ने एक बयान में कहा कि बादल ने राज्य के मंत्री और कांग्रेस के कुछ विधायकों के खिलाफ इस संबंध में ब्यास थाने में शिकायत भी दी है।
हालांकि खनन विभाग के एक प्रवक्ता ने बादल पर ''अवैध खनन के निराधार आरोप'' लगाकर ''राजनीतिक लाभ'' लेने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
इससे पहले शिअद नेता बादल ने दावा किया कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण के अनुसार किसी पुल के पांच किलोमीटर के अंदर खनन गतिविधि नहीं की जा सकती लेकिन इस मामले में एक किलोमीटर की दूरी पर रेत खनन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार, वहां गाद निकालने का दावा गलत है क्योंकि बहते पानी में ऐसा नहीं किया जा सकता।
पार्टी के बयान में कहा गया है,“ जिन ट्रक ड्राइवरों से अवैध रूप से 16,000 रुपये प्रति ट्रक वसूले जा रहे थे, उन्होंने रेत माफिया के खिलाफ अलग से शिकायत दी है। ग्रामीणों ने एक शिकायत भी दर्ज कराई, जिसमें कहा गया कि उनकी अनुमति के बिना माफियाओं द्वारा पंचायत की जमीन पर खनन किया जा रहा है।''
बादल ने पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह रेत माफियाओं को राज्य के संसाधनों की दिनदहाड़े लूट की अनुमति दे रहे हैं।
इस बीच, चंडीगढ़ में पंजाब के खनन विभाग ने कहा कि शिअद प्रमुख ने जिस स्थल का दौरा किया, वह वैध है।
विभाग के प्रवक्ता ने कहा, “सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, खनन ब्लॉक में मैसर्स फ्रेंड्स एंड कंपनी द्वारा कार्य निष्पादित किया जा रहा है। इस खनन ब्लॉक से सालाना 34.4 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होता है।''
उन्होंने कहा, ''अमृतसर जिले में कोई अवैध खनन नहीं किया जा रहा।
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