अलीगढ़ः AMU के संस्थापक सर सैयद अहमद खान की तस्वीर हटाई, लगाई पीएम मोदी की तस्वीर
By खबरीलाल जनार्दन | Published: May 7, 2018 01:44 PM2018-05-07T13:44:21+5:302018-05-07T13:58:34+5:30
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में मोहम्मल अली जिन्ना की तस्वीर हटाने का विवाद अभी थमा नहीं कि सर सैयद अहमद खान की तस्वीर हटा दी गई।
अलीगढ़, 7 मईः अलीगढ़ में ऐतिहासिक तस्वीरों को हटाने को लेकर विवाद थमता नजर आ नहीं आ रहा है। पिछले सप्ताह अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) से मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर हटाने को लेकर जमकर विवाद हुआ। मामले में पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ीं। अभी भी एएमयू पुलिस की निगरानी में है। लेकिन इसी बीच अलीगढ़ के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के गेस्ट हाउस से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सैयद अहमद खान की तस्वीर हटा दी गई है। उनकी तस्वीर को हटाकर गेस्ट हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगा दी गई है। इससे कई स्थानीय संगठन नाराज हैं।
जानकारी के मुताबिक पीडब्ल्यूडी के गेस्ट हाउस से सर सैयद अहमद खान की तस्वीर उसी दिन हटा दी गई थी। जिस दिन अलीगढ़ विश्वविद्यालय में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर हटाने को लेकर विवाद हुआ था और पुलिस ने विश्वविद्यालय में जबरन घुसे हिन्दू संगठनों के लोगों को खदेड़ा था। लेकिन इसके गेस्ट हाउस में तस्वीर हटाने के बाद किसी और की तस्वीर नहीं लगाई थी। पर रविवार को तस्वीर लगाने की जगह भर दी गई और वहां पीएम मोदी की तस्वीर लगा दी गई।
फिलवक्त अलीगढ़ के पीडब्ल्यूडी के किसी भी अधिकारी ने सर सैयद की तस्वीर हटाने या पीएम मोदी की तस्वीर लगाने पर कोई बयान जारी नहीं किया है। दूसरी ओर स्थानीय विधायक ओर सांसद भी मामले की जानकारी ना होने की बात कह रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में जिन्ना की तस्वीर हाटाने का विवाद तब शुरू हुआ था जब स्थानीय विधायक सतीश गौतम ने एएमयू के वीसी को पत्र लिखकर वह तस्वीर हटाने को कहा था। (जरूर पढ़ेंः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) विवाद: 'भारतीय मुसलमानों का मोहम्मद अली जिन्ना से कोई रिश्ता नहीं')
हिन्दुस्तान टाइम्स की एक खबर के अनुसार, जब उन्होंने पीडब्ल्यूडी के अवर अभियंता देवेन्द्र सिंह से बात की तो उन्होंने इसके बारे में कोई जानकारी देने इंकार कर दिया। जबकि पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन ने अपना फोन बंद बन्द कर लिया।
अलीगढ़ मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ को लिखा पत्र
खबर के मुताबिक राष्ट्रीय लोकदल के जिलाध्यक्ष चौ. रामबहादुर सिंह ने इस पर बीजेपी को घेरा। उन्होंने बीजेपी पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाया। उन्होंने कहा गेस्ट हाउस में तमाम नेतागण आते-जाते हैं। वहां सर सैयद की तस्वीर उनके योगदानों की याद दिलाती रही है। मामले में उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जांच कराने की मांग की।
सर सैयद अहमद ने की थी एएमयू की स्थापना
सर सैयद अहमद खान का जन्म 17 अक्टूबर 1817 में दिल्ली के सादात (सैयद) खानदान में हुआ था। उन्होंने 1857 की महाक्रान्ति करीब से दखा। उस दौरान उनका घर तबाह हो गया था। तब जान बचाने के लिए उनकी मां करीब एक सप्ताह तक घोड़े के अस्तबल में छुपी रहीं। (जरूर पढ़ेंः जिन्ना की तस्वीर पर उठे बवाल से तनाव बरकार, छात्रों ने दी देशव्यापी आंदोलन की चेतावनी)
इसके बाद अंग्रेजों ने उन्हें अपनी ओर करने की कोशिश की। लेकिन सैयद अहमद खान ने अंग्रेजों का प्रस्ताव ठुकरा दिया। इसके बाद उन्होंने मुसलमानों की शिक्षा को लेकर जमकर काम किया। उन्होंने मई 1875 में मुहम्मदन एंग्लो-ओरिएण्टल कालेज की स्थापना की जो बाद में विकसित होकर साल 1920 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय बना।