नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव के बीच चल रही रार एक बार फिर से सतह पर आ गई है। समाजवादी पार्टी ने एक खुला खत लिखा है और शिवपाल यादव से कहा है कि अगर वो चाहें तो पार्टी छोड़ सकते हैं।
समाजवादी पार्टी की तरफ लिखे गए खुले खत में शिवपाल यादव को संबोधित करते हुए कहा गया है, "माननीय शिवपाल सिंह यादव जी, अगर आपको लगता है, कहीं ज्यादा सम्मान मिलेगा तो वहां जाने के लिए आप स्वतंत्र हैं।" कई दिन से शिवपाल खुलकर सपा प्रमुख पर हमला कर रहे हैं।
बता दें कि अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच चली आ रही ये खींचतान नई नहीं है। 2017 विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी पर कब्जे की एक बड़ी लड़ाई हुई जिसमें अखिलेश यादव ने बाजी मारी थी। इसके बाद शिवपाल यादव ने सपा से अलग होकर अनपी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बना ली।
2022 के विधानसभा चुनाव में शिवपाल में अखिलेश यादव से गठबंधन किया था। शिवपाल ने समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ा और अपनी पारंपरिक सीट जसवंतनगर से जीत हासिल की। हालांकि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को सफलता नहीं मिली।
समय के साथ अखिलेश और शिवपाल में दूरियां बढ़ती ही गईं। शिवपाल ने आरोप भी लगाया कि सपा का विधायक होने के बावजूद पार्टी की बैठकों में उन्हें नहीं बुलाया जाता। शिवपाल का कहना था कि अखिलेश उन्हें सम्मान नहीं देते।
हाल ही में दोनो के बीच राष्ट्रपति चुनाव के दौरान भी मतभेद देखने को मिला। अखिलेश ने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के पक्ष में मतदान किया जबकि शिवपाल ने सपा का विधायक होने के बावजूद यशवंत सिन्हा का खुल कर विरोध किया।
समाजवादी पार्टी ने ठीक यही बात अपने सहयोगी ओमप्रकाश राजभर के लिए भी कही है। पार्टी की तरफ से ओमप्रकाश राजभर को लिखी गई खुली चिठ्ठी में कहा गया है कि समाजवादी पार्टी लगातार भाजपा के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। आपका भाजपा से गठजोड़ है और आप भाजपा को मजबूत करने का काम कर रहे हैं। अगर आपको लगता है, कहीं ज्यादा सम्मान मिलेगा तो वहां जाने के लिए आप स्वतंत्र हैं।