Akash Anand BSP Mayawati UP POLLS: उत्तर प्रदेश में पांचवें चरण का मतदान खत्म होने के पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती के उत्तराधिकारी रहे आकाश आनंद की फिर से पार्टी के मंचों पर वापसी की चर्चा शुरू को गई है. बसपा नेताओं के अनुसार अगले दो चरणों में आकाश आनंद चुनाव प्रचार करते हुए दिखाई देंगे. लेकिन अब आकाश आनंद भी मायावती की तरह ही लिखित भाषण की रैलियों में पढ़ेंगे, ताकि आवेश में कोई गलत शब्द ना बोले. मायावती ने इसके लिए सहमति जता दी है. आकाश आनंद को मायावती ने अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था.
पार्टी में नेशनल कोऑर्डिनेटर का पद दिया गया था. लेकिन, पिछले दिनों उनके भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ उन्हें कुछ तीखे बयानों के बाद मायावती ने उन्हें अपरिपक्व बताते हुए पार्टी के तमाम पदों से हटा दिया था. इस एक्शन के करीब 11 दिनों बाद आकाश आनंद की राजनीति के क्षेत्र में होने वाली अपनी वापसी की चर्चा उनके द्वारा रविवार को राहुल गांधी पर बोले गए हमले के बाद से शुरू हुई है.
राहुल गांधी ने 18 मई को सोशल मीडिया पर कांग्रेस और यूपीए सरकार द्वारा लाए गए भोजन के अधिकार कानून का जिक्र करते हुए दावा किया था कि " हम बीजेपी से दुगना राशन देंगे, वो पांच किलो देते हैं, हम 10 किलो देंगे." राहुल गांधी की इस पोस्ट का जवाब देते हुए आकाश आनंद ने सोशल मीडिया पर यह लिखा " ये तब भी जनता को गुलाम समझते थे. ये आज भी सबको गुलाम समझते हैं.
एक 5 किलो राशन देकर ढाई लाख की नौकरी खा गया. दूसरा 10 किलो राशन का लालच देकर वोट खाना चाहता है. सावधान रहिएगा. आनंद के इस पोस्ट को राहुल गांधी पर करारा हमला किया जाना बताया जा रहा है. कहा जा रहा है कि मायावती द्वारा पद छीने जाने के बाद से आकाश आनंद खामोशी अख़्तियार किए हुए थे और गत रविवार को वह फिर से राजनीतिक तौर पर सक्रिय हुए और राहुल गांधी पर हमलावर होते दिखे हैं. अब जल्दी ही वह मायावती के साथ मंच पर दिखेंगे और चुनावी जनसभाओं को संबोधित करते हुए जनता के बीच सक्रिय होंगे.
इसलिए भी हो रही आकाश की वापसी
उत्तर प्रदेश और उत्तरांचल में अकेले ही चुनाव लड़ रही बसपा सुप्रीमो मायावती को इस चुनाव में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. पार्टी के सीनियर नेता सतीश चंद्र मिश्र सहित कई अन्य नेता चुनाव प्रचार से दूर हैं. ऐसे में मायावती और आकाश आनंद ही पार्टी के प्रचार की बागडोर संभाले हुए थे.
लेकिन आकाश आनंद के आपत्तिजनक कथन के बाद मायावती ने उन्हे चुनाव प्रचार से दूर कर दिया. मायावती के इस फैसले से बसपा समर्थक नाराज हुए का और उसका प्रभाव चौथे चरण के मतदान में दिखा. पार्टी का मत प्रतिशत कम हुआ और अगले चरणों में बसपा समर्थकों द्वारा मतदान में रुचि ना लेने की रिपोर्ट मायावती तक पार्टी नेताओं ने पहुंचाई.
इसी के बाद आकाश को फिर से चुनावी मैदान में उतारने की रणनीति बनी और राहुल गांधी के बयान को लेकर आकाश आनंद ने अपनी बात पार्टी समर्थकों के बीच पांचवें चरण का मतदान शुरू होने के ठीक एक दिन पहले पहुंचा दी. अब वह जल्दी ही पार्टी के मंच से चुनाव प्रचार करते दिखाई देंगे.