नई दिल्लीः एयर इंडिया की 4 महिला पायलटों की एक टीम ने दुनिया के सबसे लंबे हवाई मार्ग नॉर्थ पोल पर उड़ान भर एक नया इतिहास रच दिया है.
शनिवार को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को से रात 8.30 बजे (स्थानीय समयानुसार) उड़ान भरने के बाद महिला पायलटों की यह टीम नॉर्थ पोल से होते हुए सोमवार की तड़के पौने 4 बजे बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंची. इस उड़ान की सभी पायलट महिलाएं थीं.
विमान कंपनी एयर इंडिया ने शनिवार को कहा था कि किसी भी भारतीय एयरलाइन द्वारा संचालित यह उड़ान सबसे लंबी वाणिज्यिक उड़ान होगी और हवा की गति के आधार पर 17 घंटे से ज्यादा समय लगेंगे. दुनिया के विपरीत छोर पर स्थित दोनों शहरों के बीच की दूरी 13,993 किलोमीटर है और समय में भी 13.5 घंटे का फर्क है. बोइंग 777-200 एलआर के इस विमान में आठ फर्स्ट क्लास, 35 बिजनेस क्लास, 195 इकॉनोमी क्लॉस समेत कुल 238 सीटें थी, इसके अलावा कॉकपिट में चार पायलट, चालक दल के 12 सदस्य भी थे.
नागर विमानन मंत्री पुरी ने दी बधाई: नागर विमानन मंत्री हरदीप पुरी ने ट्वीट किया, ''यह खुशी और जश्न का समय है, भारतीय नागर विमानन की महिला पेशेवरों ने इतिहास रचा है. कैप्टन जोया अग्रवाल, कैप्टन पापागरी तन्मयी, कैप्टन आकांक्षा सोनवणे और कैप्टन शिवानी को सैन फ्रांसिस्को से उत्तरी ध्रुव से होते हुए बेंगलुरु उतरने पर बहुत-बहुत बधाई.''
एयर इंडिया की महिला पायलटों वाली उड़ान.... जोड़ देश गौरवान्वित हुआ: राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एयर इंडिया की महिला पायलटों वाली उड़ान के सैन फ्रांसिस्को से बेंगलुरु पहुंचने के बाद चालक के दल के सदस्यों को बधाई दी और कहा कि इन्होंने देश को गौरवान्वित किया है. उन्होंने ट्वीट किया, ''एयर इंडिया की सैन फ्रांसिस्को से बेंगलुरु की सीधी उड़ान को पूरा करने के लिए बधाई. आप लोगों ने देश को गौरवान्वित किया है.''
यह मेरी नहीं, एयर इंडिया की जीत!
दुनिया की सबसे लंबी, 16 हजार किलोमीटर की हवाई यात्रा करने वाली एयर इंडिया की महिला पायलट कैप्टन आकांक्षा सोनावणे ने कहा कि 'मैंने अवसर को सोने में बदल दिया, यह मेरी नहीं, यह तो एयर इंडिया की जीत है.' एयर इंडिया की महिला पायलटों ने कीर्तिमान बनाया है.
उन्होंने विमान बोइंग-777 एसएफओ-बीएलआर से उत्तर ध्रुव पर उड़ान भरी और दुनिया की सबसे लंबी यानी 16 हजार किलोमीटर की सैन फ्रांसिस्को से बंगलुरु तक की हवाई यात्रा की. यह विमान बंगलुरु पहुंचा. इस विमान की पायलट आकांक्षा सुबह में अपने बांद्रा स्थित घर पहुंची. उनकी मां प्रभा ने भी बेटी की तारीफ की.
आकांक्षा की मां ने आकांक्षा द्वारा व्यक्त की गई प्रतिक्रिया की जानकारी देते हुए बताया कि आकांक्षा ने कहा कि 'पायलट महिला हो या पुरुष, काम तो काम होता है. मैंने सपने में भी ऐसा नहीं सोचा था. लेकिन, मैं अपने आप को सौभाग्यशाली समझती हूं कि कंपनी ने मेरे काम पर भरोसा किया. उसने मुझे मौका दिया जिसे मैंने सोने में बदल दिया. मुझे खुशी है कि यह घटना इतिहास में दर्ज हो गई है और मैं इसका एक हिस्सा हूं.'