ईटानगर, छह जनवरी वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया ने बुधवार को अरुणाचल प्रदेश को आवश्यकता पड़ने पर भारतीय वायु सेना (आईएएफ) की ओर से पूरी सहायता देने का आश्वासन दिया। भदौरिया पूर्वी वायु कमान की दो दिवसीय यात्रा पर हैं।
आईएएफ ने ट्विटर पर कहा कि अरुणाचल प्रदेश पहुंचने से पहले, उन्होंने सिक्किम के सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा किया और वहां तैनात सेना के वरिष्ठ अधिकारियों और जवानों के साथ बातचीत की।
भदौरिया ने पूर्वी वायु कमान में हवाई ठिकानों और उन्नत अवतरण मैदानों का दौरा किया।
वायु सेना प्रमुख ने राज्य की अपनी पहली यात्रा के दौरान राज्यपाल ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) डॉ. बी डी मिश्रा और मुख्यमंत्री पेमा खांडू से मुलाकात की तथा राष्ट्रीय सुरक्षा, राज्य के युवाओं को सेना में भर्ती करने और अरुणाचल प्रदेश में भारतीय वायु सेना के मानवीय मिशनों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की।
गौरतलब है कि सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश की चीन के साथ सीमाएँ लगती हैं। भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में आठ महीने से सीमा गतिरोध चल रहा है, जिसने दोनों देशों के संबंधों को काफी प्रभावित किया है।
दोनों देशों ने गतिरोध को दूर करने के लिए विभिन्न स्तरों पर कूटनीतिक और सैन्य वार्ताएं आयोजित की हैं। हालांकि, अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि वायु सेना प्रमुख ने खांडू को राज्य में संचालित होने वाले असैन्य विमानों के लिए पायलटों की कमी को पूरा करने के लिए रक्षा पायलट प्रदान करने का आश्वासन दिया।
उसमें कहा गया कि दिरांग और अनिनी के लिए विमान उतरने के उन्नत मैदान (एएलजी) को लेकर चर्चा हुई, जिसके लिए भारतीय वायुसेना ने अनुकूल प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
खांडू ने रक्षा तैयारियों के लिए आईएएफ को सरकारी सहयोग का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से कोविड-19 महामारी के दौरान राज्य में मानवीय सहायता प्रदान करने में सबसे आगे रहने के लिए वायु सेना का आभार व्यक्त किया।
राज्यपाल ने आपात स्थिति में राज्य के लोगों की सहायता करने के लिए वायु सेना को धन्यवाद दिया और भदौरिया को राज्य के युवाओं को सेना में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए भर्ती रैली आयोजित करने का सुझाव दिया।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।