यहां की महिलाओं पर जुल्म नहीं दिखता, अफगानिस्तान की चिंता है; मोदी सरकार पर असदुद्दीन ओवैसी का हमला
By वैशाली कुमारी | Updated: August 20, 2021 11:59 IST2021-08-20T11:51:59+5:302021-08-20T11:59:19+5:30
एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भारत में पांच साल से कम की उम्र में ही नौ में से एक बच्ची की मौत हो जाती है। यहां महिलाओं के प्रति अपराध और रेप के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन, हमें चिंता अफगानिस्तान में फंसी हुई महिलाओं की ज्यादा है।

एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी
हैदराबादः अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। इस बीच भारत ने अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति पर चिंता जताई और कहा वहां महिलाएं, पुरुष और बच्चे डर के साए में जी रहे हैं। वहीं इस बात को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने भारत सरकार पर हमला बोला है।
गुरुवार देर रात एआईएमआईएम के एक कार्यक्रम में ओवैसी ने अपने बयानो से भारत सरकार को एकबार फिर से निशाना साधा। ओवैसी ने कहा कि भारत सरकार को उन महिलाओं की चिंता ज्यादा है जो अफगानिस्तान में हैं, लेकिन, अपने यहां की महिलाओं की कोई फिक्र नहीं है।
एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भारत में पांच साल से कम की उम्र में ही नौ में से एक बच्ची की मौत हो जाती है। यहां महिलाओं के प्रति अपराध और रेप के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन, हमें चिंता अफगानिस्तान में फंसी हुई महिलाओं की ज्यादा है।
As per a report,one out of nine female children dies before age of 5yrs in India. There are atrocities&crimes against women here. But, they (Centre) are worried about what is happening to women in Afghanistan. Isn't it happening here?:Asaduddin Owaisi, AIMIM at an event yesterday pic.twitter.com/jvvADnSAIp
— ANI (@ANI) August 20, 2021
ओवैसी ने इस मामले पर आगे कहा कि तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे से सबसे ज्यादा फायदा पाकिस्तान को हुआ है। वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि अलकायदा जैसे आतंकी संगठन फिर से अफगानिस्तान के कुछ इलाकों में सक्रिय हो गए हैं। भारत का दुश्मन आईएसआई पहले से ही और हमें यह याद रखना चाहिए कि आईएसआई ही तालिबान को कंट्रोल करता है।
असदुद्दीन ओवैसी मोदी सरकार पर जवाबी हमलो के कारण हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। वहीं वे ट्वीट के जरिये भी अपने बयानो को लेकर चर्चाओं मे रहते हैं। बतादें कि दो दिन पहले उन्होंने ट्वीट किया था कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी तय थी। 2013 की शुरुआत में मैने सरकार को हमारे सामरिक हितों को सुरक्षित करने के लिए तालिबान के साथ संवाद स्थापित करने की सलाह दी थी। हमने अफगानिस्तान में तीन अरब डॉलर का निवेश किया है, लेकिन सरकार ने इस ओर ध्यान ही नहीं दिया।