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AIMIM चीफ ओवैसी ने केंद्र से की मांग, कहा- "आतंकवाद को हमेशा के लिए जड़ से खत्म करें"

By एस पी सिन्हा | Updated: May 4, 2025 15:06 IST

Pahalgam Terror Attack: वहीं, नए वक्फ कानून को मोदी सरकार से वापस लेने तक लड़ाई जारी रखने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि संविधान की रक्षा करना उनका धर्म है।

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Pahalgam Terror Attack:  बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दो दिवसीय दौरे पर आये एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को दरभंगा में कहा कि पहलगाम हमले को लेकर सर्वदलीय बैठक में सभी दलों ने एक स्वर में सरकार से कहा कि इस मामले में तुरंत कदम उठाएं, पीड़ित परिवारों को न्याय दें और आतंकवाद को हमेशा के लिए जड़ से खत्म करें। हम सरकार के हर कड़े फैसले के साथ हैं।

उन्होंने सवाल उठाया कि सरकार इस दिशा में क्या और कब कार्रवाई करेगी, यह जनता को स्पष्ट करना होगा। उन्होंने पाकिस्तान की ओर से बार-बार होने वाले आतंकी हमलों पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि पाकिस्तान से आतंकवादी हमारे देश में घुसकर हमारे लोगों की हत्या करते हैं। 

ओवैसी ने कहा कि चाहे 26/11 का मुंबई हमला हो, पठानकोट एयरबेस पर हमला, पुलवामा हमला, या हाल ही में 7 जुलाई को वैष्णो देवी के पास सात पुलिसकर्मियों की हत्या - ये सभी घटनाएं आतंकवाद का घिनौना चेहरा दिखाती हैं। उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयरस्ट्राइक का उल्लेख करते हुए कहा कि ऐसी कार्रवाइयां सरकार के अधिकार क्षेत्र में आती हैं। लेकिन अब समय है कि आतंकवाद के खिलाफ और सख्त कदम उठाए जाएं। उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान की इस हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

सरकार को अब ऐसी कार्रवाई करनी होगी जो आतंकवाद को हमेशा के लिए खत्म कर दे। इस दौरान ओवैसी ने कहा कि बिहार की राजनीतिक फ़िज़ा अब बदलने वाली है और उनके लिए यहां चुनाव का माहौल बहुत अच्छा है।

एआईएमआईएम के चार विधायक के पार्टी छोड़े जाने पर कहा कि उनके चार विधायक अपनी जमीर बेच कर दूसरे पार्टी में चले गए, इसका मलाल नही है। वे (राजद) चार ले गए, लेकिन इसबार चुनाव में 24 को लाकर रहेंगे। वहीं, नए वक्फ कानून को मोदी सरकार से वापस लेने तक लड़ाई जारी रखने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि संविधान की रक्षा करना उनका धर्म है।

बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी सीमांचल से आगे बढ़कर मिथिलांचल और चंपारण जैसे एनडीए के मजबूत गढ़ में भी अपनी पैठ बनाना चाह रहे हैं। एआईएमआईएम की राजनीतिक गतिविधियों ने पहली बार सीमांचल से निकलकर मिथिलांचल के दरभंगा और चंपारण के मुस्लिम बहुल पूर्वी चंपारण और गोपालगंज के क्षेत्रों की ओर रुख किया। इन क्षेत्रों में मुस्लिम मतदाताओं की अच्छी खासी संख्या है, जिस पर पार्टी की खास नजर है।

जबकि सीमांचल जहां महागठबंधन का मजबूत गढ़ माना जाता है तो मिथिलांचल और चंपारण एनडीए के प्रभाव वाला क्षेत्र है। ऐसे में ओवैसी की यह पहल आगामी चुनावी समीकरणों को प्रभावित कर सकती है।

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