(सुमीर कौल)
श्रीनगर, 28 दिसंबर जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी (जेकेएपी) के प्रमुख अल्ताफ बुखारी ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी का लक्ष्य कम से कम छह से सात जिला विकास परिषदों (डीडीसी) में निर्दलियों और अन्य राजनीतिक दलों के सदस्यों की मदद से अपना अध्यक्ष बनाना है।
डीडीसी के निर्वाचित सदस्य 20 जिलों में तीन सप्ताह के अंदर अध्यक्ष (चेयरपर्सन) को चुनेंगे। इनमें जम्मू और कश्मीर, प्रत्येक में 10 जिले हैं।
अपनी पार्टी ने कुल 280 में सिर्फ 12 डीडीसी निर्वाचन
क्षेत्रों में जीत दर्ज की है। पिछले साल अगस्त में पूर्ववर्ती राज्य जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा रद्द किये जाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किये जाने के बाद से जम्मू कश्मीर में यह पहला चुनाव हुआ है।
कारोबारी से नेता बने बुखारी ने कहा कि उनकी पार्टी ने गुपचुप तरीके से निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव में उतारे थे। उन्होंने कहा, ‘‘रविवार को, मैंने पार्टी की बैठक में सभी 21 (विजेता) निर्दलीय उम्मीदवारों को पेश किया। ’’
उन्होंने कहा कि अपनी पार्टी केंद्र शासित प्रदेश के कम से कम छह से सात जिलों में अपना अध्यक्ष बनाने पर काम कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘लोग हमसे संपर्क कर रहे हैं और वे हमारे साथ आने को इच्छुक हैं। निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीतने वाले भी हमारे साथ आने को इच्छुक हैं क्योंकि अपनी पार्टी वंशवादी राजनीतिक दल नहीं है और यदि कोई बेहतर काम करता है तो उसके आगे बढ़ने की गुंजाइश है।’’
बुखारी 2015 से 2018 के बीच जम्मू कश्मीर में पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार का हिस्सा थे।
प्रतिद्वंद्वी गुपकर गठबंधन पर निशाना साधते हुए बुखारी ने कहा, ‘‘उन्होंने मेरी पार्टी के खिलाफ यह झूठ फैलाया है कि हम भाजपा की बी टीम हैं... हम नव सृजित केंद्र शासित प्रदेश में अपना आधार बनाने की कोशिश कर रहे हैं और बुद्धिजीवियों एवं सुशिक्षित सहित सही लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। ’’
बुखारी ने यहां पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘अन्य राजनीतिक दलों ने हमारी पहचान को खराब करने की कोशिश की और यहां तक दावा किया कि चुनाव अनुच्छेद 370 आदि को बहाल करने के लिए हैं। ’’
चुनाव में अपनी पार्टी के उम्मीद के अनुसार प्रदर्शन नहीं करने के बारे में पूछे जाने पर बुखारी ने कहा, ‘‘कृपया यह समझने की कोशिश करें कि 12 उम्मीदवार हमारे टिकट पर विजयी हुए हैं, जबकि 21 निर्दलीयों (उम्मीदवारों) का हमनें समर्थन किया था। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘दूसरी बात यह है कि कुछ ही महीने पहले हमारी पार्टी का गठन हुआ है। लेकिन हमारा वोट प्रतिशत पीडीपी से ज्यादा है जो राजनीति के क्षेत्र में दो दशकों से भी अधिक समय से है। ’’
केंद्र शासित प्रदेश में आठ चरणों में हुए डीडीसी चुनावों में अपनी पार्टी को 5.3 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए। पीडीपी का वोट प्रतिशत 3.96 रहा, जबकि भाजपा का वोट प्रतिशत 24.82 रहा। वहीं, नेशनल कांफ्रेंस का वोट प्रतिशत 16.46 रहा। मतगणना पिछले हफ्ते हुई थी।
गुपकर गठबंधन ने 110 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि भाजपा 75 सीटों पर जीत के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी।
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