नई दिल्ली: सेना में भर्ती को लेकर नई घोषित 'अग्निपथ स्कीम' पर विवाद जारी है। देश के कई राज्यों में इस नीति को लेकर आक्रोश और हिंसक प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं। इस बीच भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने अग्निपथ योजना के फायदे गिनाते हुए कहा कि 'अगर मुझे भाजपा ऑफिस में सिक्योरिटी रखना पड़े तो मैं अग्निवीर को ही प्राथमिकता दूंगा।'
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, 'अमेरिका, चीन, फ्रांस में कॉन्ट्रैक्ट आधार पर सेना में भर्ती होती है। हमारे यहां सेना से रिटायर होने की उम्र ज्यादा है। सरकार ने उसे कम करने का फैसला लिया है। जब सेना से अग्निवीर का तमगा लेकर रिटायर होंगे और अगर मुझे इस ऑफिस में, बीजेपी की ऑफिस में सिक्योरिटी (गार्ड) रखना पड़े तो मैं अग्निवीर को ही प्राथमिकता दूंगा।'
बता दें कि इस योजना की घोषणा के बाद से बिहार और यूपी समेत कई राज्यों में हाल के दिनों में हिंसक प्रदर्शन देखने को मिले हैं। इस बीच केंद्र की ओर से शनिवार को अर्धसैनिक बलों और रक्षा मंत्रालयों की नियुक्तियों में 10 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा भी की गई। जारी प्रदर्शन के बीच कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल भी केंद्र पर हमलावर हो गए हैं।
इसी कड़ी में कांग्रेस के सांसदों और नेताओं ने अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे युवाओं के प्रति एकजुटता दिखाते हुए रविवार को दिल्ली में जंतर मंतर पर ‘सत्याग्रह’ किया। कांग्रेस नेताओं और समर्थकों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि अग्निपथ योजना देश के युवाओं के लिए फायदेमंद नहीं है तथा यह राष्ट्रीय सुरक्षा को भी खतरे में डालती है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा और पार्टी नेताओं-जयराम रमेश, राजीव शुक्ला, सचिन पायलट, सलमान खुर्शीद और अलका लांबा ने ‘सत्याग्रह’ में हिस्सा लिया।
दूसरी ओर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी केंद्र पर हमला बोलते हुए पूछा कि कहीं ये आरएसएस का कोई गुप्त एजेंडा तो नहीं है। तेजस्वी ने इस योजना को शिक्षित युवाओं के लिए मनरेगा करार दिया।