नरेंद्र मोदी सरकार ने संजय कोठारी को बनाया नया मुख्य सतर्कता आयुक्त, अधीर रंजन चौधरी की आपत्ति के बाद राजीव कुमार चूके मौका

By हरीश गुप्ता | Published: February 19, 2020 09:47 AM2020-02-19T09:47:16+5:302020-02-19T10:26:34+5:30

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति ने इन अधिकारियों का नई नियुक्तियों के लिए चुनाव किया. मुख्य सतर्कता आयुक्त और आयुक्तों के चयन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली उच्चाधिकार समिति ने इस महत्वपूर्ण पद के लिए तीन नाम छांटे थे.

After the objection of Adhiranjan Chaudhary, the new Chief Vigilance Commissioner in the Narendra Modi government, Rajiv Kumar missed the opportunity | नरेंद्र मोदी सरकार ने संजय कोठारी को बनाया नया मुख्य सतर्कता आयुक्त, अधीर रंजन चौधरी की आपत्ति के बाद राजीव कुमार चूके मौका

अधीर रंजन चौधरी के बयान के बाद सीवीसी पद के लिए नरेंद्र मोदी सरकार ने संजय कोठारी के नाम का किया ऐलान

Highlights1984 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस)अधिकारी और वर्तमान वित्त सचिव राजीव कुमार का नाम इस पद के लिए सबसे आगे चल रहा था.केंद्रीय गृह सचिव राजीव गाबा का नाम भी सीवीसी के लिए संभावितों की सूची में शमिल था।

देश की अहम भ्रष्टाचार रोधी एजेंसी के लिए आठ माह से चल रही खोज अंतत: समाप्त हुई और देश को नया पूर्णकालिक मुख्य सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) मिल गया. संजय कोठारी नए सीवीसी होंगे जबकि विमल जुल्का को मुख्य सूचना आयुक्त नियुक्त किया गया है. संजय कोठारी इस समय राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के सचिव हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति ने इन अधिकारियों को नई नियुक्तियों के लिए चुना. मुख्य सतर्कता आयुक्त और आयुक्तों के चयन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली उच्चाधिकार समिति ने इस महत्वपूर्ण पद के लिए तीन नाम छांटे थे. आठ माह पूर्व जब के सी चौधरी सेवानिवृत हुए थे उस समय भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी और सतर्कता आयुक्त शरद कुमार को सीवीसी का प्रभार सौंपा गया था. हालात यह है कि इस तीन सदस्यीय अहम निगरानी निकाय, सतर्कता आयोग मेें टी एम भसीन के अवकाश ग्रहण के बाद से कोई आयुक्त नहीं था.

1984 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस)अधिकारी और वर्तमान वित्त सचिव राजीव कुमार का नाम इस पद के लिए सबसे आगे चल रहा था. वह इसी माह वर्तमान पद से सेवानिवृत हो रहे हैं. वह झारखंड कैडर के आईएएस अधिकारी हैं और काफी काबिल माने जाते हैं.उन्होने 1983 बैच के आईएएस अधिकारी सुभाष चंद्र गर्ग का स्थान ग्रहण किया था जिन्होने अपना कार्यकाल पूर्ण होने के पूर्व ही इस्तीफा दे दिया था. समझा जाता है कि केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा का नाम भी सीवीसी के लिए संभावितों की सूची में शमिल था, पद के लिए तीसरा नाम सी चंद्रमौली का था जो वर्तमान में प्रधान मंत्री के अधीन कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग में सचिव हैं.

लेकिन ये नाम पीछे रह गए. सर्वाधिक प्रबल दावेदार राजीव कुमार उस समय मौका चूक गए जब नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने यह कहते हुए आपत्ति उठाई कि राजीव कुमार जो खुद सर्च कमेटी के सदस्य हैं, उन्हें इस पद के लिए कैसे चुना जा सकता है. नियमानुसार सीवीसी , पद पर नियुक्ति के दिन से चार वर्ष या 65 वर्ष की आयु (जो भी पहले हो) तक के लिए पद ग्रहण करेगा. मुख्य सूचना आयुक्त बिमल जुल्का उच्चाधिकार प्राप्त समिति ने मुख्य सूचना आयुक्त (सीआईसी) के रूप में सूचना आयुक्त बिमल जुल्का को चुना है.

यह पद भी अब एक महीने से अधिक समय से खाली पड़ा हुआ था.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह और अधिरंजन चौधरी भी सीआईसी और आईसी का चयन करने वाली इस उच्चस्तरीय समिति के सदस्य हैं.मुख्य सूचना आयुक्त पद से सुधीर भार्गव11 जनवरी, 2020 को सेवानिवृत हुए थे. इसके बाद से यह पद खाली था. सूचना आयुक्तों के चार पद भी वर्तमान में रिक्त हैं. सूचना आयोग में आयुक्तों के 11 स्वीकृत पद हैं.इनमें से अभी केवल छह सूचना आयुक्त काम कर रहे हैं.

English summary :
After the objection of Adhiranjan Chaudhary, the new Chief Vigilance Commissioner in the Narendra Modi government, Rajiv Kumar missed the opportunity


Web Title: After the objection of Adhiranjan Chaudhary, the new Chief Vigilance Commissioner in the Narendra Modi government, Rajiv Kumar missed the opportunity

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