Aero India Show Inaugural Ceremony: सुबह 8 बजे निकले लेकिन..., 15 जर्मन पायलट नहीं पहुंचे, 3 घंटे में 17 किमी की दूरी तय...
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 11, 2025 21:36 IST2025-02-11T21:16:43+5:302025-02-11T21:36:29+5:30
Aero India Show Inaugural Ceremony: पंद्रह जर्मन पायलटों का एक समूह बेंगलुरु यातायात में फंस गया।

Aero India Show Inaugural Ceremony
Aero India Show Inaugural Ceremony: कर्नाटक के बेंगलुरु में पांच दिवसीय कार्यक्रम एयरो इंडिया-2025 शुरू हो गया। 'भारत की सिलिकॉन वैली' ट्रैफिक जाम के लिए फेमस है। अपने यातायात के लिए काफी प्रसिद्ध है और भारत के सबसे भीड़भाड़ वाले शहर में शीर्ष स्थान पर है। फाइनेंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार 15 जर्मन पायलट येलहंका वायु सेना स्टेशन पर एयरो इंडिया 2025 के उद्घाटन समारोह के रास्ते में फंसे गए। एयरो इंडिया स्थल से 17 किमी दूर है। 3 घंटे में 17 किमी की दूरी तय किए। पंद्रह जर्मन पायलटों का एक समूह बेंगलुरु यातायात में फंस गया।
The Suryakiran Aerobatic Team stuns the audience at Aero India 2025 with magnificent formations and synchronized maneuvers, showcasing India’s aerial prowess and mastery in formation flying!@AeroIndiashow@IAF_MCC@SpokespersonMoD#FlyingDisplay#Suryakiran#AeroIndia2025… pic.twitter.com/KiramFYjsY
— Doordarshan National दूरदर्शन नेशनल (@DDNational) February 11, 2025
Russia's latest fighter jet, Su-57E, takes to the skies at Aero India 2025, Asia's largest international air show pic.twitter.com/MjFDfok6jL— RT (@RT_com) February 10, 2025
टीम को 10 फरवरी को येलहंका वायु सेना स्टेशन में एयरो इंडिया 2025 के उद्घाटन समारोह में भाग लेना था। उद्घाटन में विमान प्रदर्शन और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का संबोधन शामिल था। पायलट A330 यात्री विमान से शहर पहुंचे। डेक्कन हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक कार्यक्रम स्थल के लिए एक निजी टैक्सी लेकर वे सुबह 8 बजे निकले और 11 बजे के बाद पहुंचे।
🇷🇺 Beauty and mighty — #Su57 at Aero #India 2025! 🇮🇳#RussiaIndia#DruzhbaDosti#AeroIndia2025#AeroIndiapic.twitter.com/Kmkblvj9tT
— Russia in India 🇷🇺 (@RusEmbIndia) February 9, 2025
A330 यात्री विमान में सवार होकर आए पायलट सुबह 8 बजे के आसपास एक निजी कैब में कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना हुए, लेकिन 11 बजे के बाद पहुंचे। एक जर्मन पायलट ने कहा कि कार्यस्थल पर पहुंचने तक यातायात प्रवाह सुचारू था, लेकिन प्रवेश बिंदु पर हम लगभग डेढ़ घंटे तक फंसे रहे। मजाक में कहा कि कल ही स्थानीय गाइड पर चर्चा कर रहे थे।
🚨 JAW-DROPPING cockpit view of 🇷🇺 Su-57 as it DEBUTS at 🇮🇳 Aero India
— Sputnik India (@Sputnik_India) February 10, 2025
Russia’s stealth jet stole the spotlight today, leaving the 🇺🇸 F-35 in its shadow.
📹 Video from UAC pic.twitter.com/ERZnjranGd
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि उभरते वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य में नवोन्मेषी दृष्टिकोण और मजबूत साझेदारी की जरूरत है। एयरो इंडिया 2025 के तहत आयोजित रक्षा मंत्रियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत का मानना है कि कमजोर रहकर अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था और शांति सुनिश्चित नहीं की जा सकती।
A Spectacular Flying Display on Day 2 of #AeroIndia2025!
— Aero India (@AeroIndiashow) February 11, 2025
The breathtaking flying display at #AeroIndia2025 showcased India's aerospace and defence prowess, reflecting the nation's strength and innovation.#AeroIndia2025#AeroIndiaShow#AeroIndia#AatmanirbharDefencepic.twitter.com/9N1lNWPBl6
सिंह ने कहा, ‘‘आज, संघर्षों की बढ़ती संख्या हमारे विश्व को और अधिक अप्रत्याशित स्थान बना रही है। वर्चस्व की नयी लड़ाई, हथियार निर्माण के नए तरीके एवं साधन, सरकार से इतर तत्वों की बढ़ती भूमिकाएं तथा विघटनकारी प्रौद्योगिकियों ने विश्व व्यवस्था को और अधिक नाजुक बना दिया है।’’ उन्होंने कहा कि साथ ही, सीमाओं की सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा के बीच का अंतर कम होता जा रहा है।
Just a normal day at Aero India....
— Vayu Aerospace Review (@ReviewVayu) February 10, 2025
10 minutes ago, it was the Su-57...and now the F-35💕🔥💕🔥
Just how lucky are we attending this spectacle!✌️✌️✌️ pic.twitter.com/5CJbhS47EE
क्योंकि ‘हाइब्रिड’ युद्ध (युद्ध का अपारंपरिक तरीका, जिसमें किसी विरोधी देश की सरकार को अस्थिर करने और कमजोर करने के लिए कूटनीति, राजनीति, मीडिया, साइबरस्पेस और सैन्य बल का प्रयोग किया जाता है) शांति काल में भी महत्वपूर्ण राष्ट्रीय बुनियादी ढांचे को निशाना बना सकता है। सिंह ने कहा, ‘‘आज अग्रिम मोर्चे की परिभाषा तेजी से बदल रही है।
इसके अलावा, साइबरस्पेस और बाहरी अंतरिक्ष के आयाम संप्रभुता की स्थापित परिभाषा को चुनौती दे रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरा दृढ़ विश्वास है कि उभरते वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य में नवीन दृष्टिकोण और मजबूत साझेदारी की आवश्यकता है। वैश्विक मंच पर भारत की भागीदारी सभी के लिए सुरक्षा और विकास को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता का उदाहरण है।’’