अदिति ने आर्थिक अपराध शाखा को पत्र लिख कर कमला नेहरू एजुकेशनल सोसाइटी की शिकायत की
By भाषा | Updated: November 2, 2020 23:14 IST2020-11-02T23:14:40+5:302020-11-02T23:14:40+5:30

अदिति ने आर्थिक अपराध शाखा को पत्र लिख कर कमला नेहरू एजुकेशनल सोसाइटी की शिकायत की
लखनऊ, दो नवंबर उत्तर प्रदेश की रायबरेली सदर से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने सोमवार को आर्थिक अपराध शाखा को पत्र लिखकर अपनी ही पार्टी के नेताओं द्वारा संचालित कमला नेहरू एजुकेशनल सोसाइटी के खिलाफ अनियमितता का आरोप लगाते हुए 'कठोरतम कार्रवाई' की मांग की।
अदिति ने उत्तर प्रदेश की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के महानिदेशक को लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि रायबरेली स्थित कमला नेहरू एजुकेशनल सोसायटी की व्यावसायिक और आर्थिक गतिविधियों में काफी अनियमितताएं पाई गई हैं।
उन्होंने पत्र में कहा, "सोसाइटी अपनी गलत कार्य शैली का प्रयोग आम जनता को प्रताड़ित करने में कर रही है। आर्थिक गतिविधियों की अनियमितताओं से प्रतीत होता है कि कमला नेहरू एजुकेशनल सोसायटी एक फर्जी सोसायटी है, लिहाजा इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसके खिलाफ जल्द से जल्द कठोरतम कार्रवाई की जाए।"
गौरतलब है कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शीला कौल लंबे अरसे तक कमला नेहरू एजुकेशनल सोसायटी की अध्यक्ष रहीं। अदिति द्वारा दिए गए दस्तावेजों के मुताबिक सोसाइटी की प्रबंधकारिणी समिति में पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद भी शामिल हैं।
अदिति ने इस बारे में ट्वीट भी किया है जिसमें उन्होंने ईओडब्ल्यू से कमला नेहरू एजुकेशनल सोसायटी की शिकायत करने की पुष्टि की है।
उन्होंने नेहरू गांधी परिवार पर परोक्ष निशाना साधते हुए कहा है कि दुर्भाग्य की बात है कि मेरे वरिष्ठ सहकर्मी पीएम केयर्स फंड पर सवाल उठाते हैं लेकिन अपने ही परिवार द्वारा चलाई जा रही सोसाइटी में पारदर्शिता और जवाबदेही का खयाल नहीं करते।
बहरहाल, कांग्रेस ने इस मुद्दे पर अदिति पर हमला करते हुए कहा कि अगर उन्हें पार्टी से इतनी परेशानी है तो वह इसे छोड़ क्यों नहीं देती।
कांग्रेस के प्रदेश मीडिया संयोजक ललन कुमार ने कहा कि अपनी दादी से मारपीट कर उनकी संपत्ति हड़पने वाली विधायक अदिति सिंह नेहरू गांधी परिवार पर सवाल उठा रही हैं।
उन्होंने कहा कि अदिति भाजपा के इशारे पर नेहरू गांधी परिवार को बदनाम करने की साजिश कर रही हैं। अदिति को अगर कांग्रेस से इतनी ही दिक्कत है तो वह पार्टी छोड़ क्यों नहीं देती।