मुंबई: सपा विधायक अबू आजमी के एक बयान से महाराष्ट्र मानसून सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही के दौरान विधानसभा में विवाद खड़ा हो गया। आजमी ने कथित तौर पर 'वंदे भारत' को लेकर कहा कि उनका धर्म उन्हें ऐसा करने की अनुमति नहीं देता है। आजमी ने कहा कि वह 'वंदे मातरम' नहीं गाएंगे क्योंकि यह राष्ट्र को झुकाने जैसा है और उनका धर्म उन्हें किसी के सामने झुकने की इजाजत नहीं देता, यहां तक कि अपनी मां के सामने भी नहीं।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "हम वो है जिनके पूर्वजों ने इस देश के लिए अपनी जान दी, हम वो है जिन्होंने पाकिस्तान को नहीं भारत को अपना मुल्क माना। हमें इस्लाम सिखाता है की सर उसी के आगे झुकाओ जिसने ये सारा जहान बनाया। मेरे मज़हब के मुताबिक अगर मैं वंदे मातरम नहीं बोल सकता हूँ तो इस से मेरे दिल में मेरे मुल्क के लिए इज्जत और मेरी वतनपरस्ती में कोई कमी नहीं होती, और इस से किसी को आपत्ति होनी भी नहीं चाहिए। जितने आप इस मुल्क के उतने हम भी!"
उन्होंने आगे लिखा, "सकल हिन्दू समाज की सभाओं से महाराष्ट्र के कई ज़िलों में हिंसा हुई है, लेकिन इन सभाओं में हेट स्पीच देने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। उसका नतीजा राम नवमी पर औरंगाबाद में हिंसा हुई और अपने घर के गेट में खड़े मुनिरुद्दीन पुलिस की गोली से शहीद हुआ। मुनिरुद्दीन और उसके परिवार को महाराष्ट्र सरकार इंसाफ नहीं देगी ये उपमुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस ने सदन में कह दिया है।"
उन्होंने ये भी लिखा, "सिर्फ मुसलमानों के खिलाफ एक तरफा कार्रवाई करना और फसाद में मारे गए निर्दोषों के परिवारों के लिए जांच के आदेश तक नहीं देना- ये सरकार का अहंकार है, और अहंकार हमेशा नहीं रहता।" बताते चलें कि आजमी की पार्टी समाजवादी पार्टी विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस (इंडिया) का हिस्सा है जिसमें 26 अलग-अलग पार्टियां शामिल हैं जिन्होंने भाजपा के खिलाफ हाथ मिलाया है।