भारत में रिकॉर्डतोड़ गर्मी: राजस्थान का चूरू 50 डिग्री के साथ दुनिया में सबसे गर्म, घर से न निकलने की सलाह
By पल्लवी कुमारी | Published: May 27, 2020 08:13 AM2020-05-27T08:13:54+5:302020-05-27T08:13:54+5:30
दिल्ली में 26 मई सबसे गर्म दिन रहा। सफदरजंग वेधशाला में 18 साल के बाद मंगलवार (26 मई) को मई महीने का सबसे अधिक तापमान 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
नई दिल्ली: भारत में गर्मी का कहर जारी है। उत्तर और पश्चिमी भारत के कई शहरों में भीषण लू चल रही है। मौसम विभाग ने लोगों को दोपहर एक बजे से शाम पांच बजे तक घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है, क्योंकि उस वक्त धूप की तपिश सबसे अधिक होती है। इस साल भारत में गर्मी के सारे रिकॉर्ड भी टूट रहे हैं। इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि राजस्थान का चूरू दुनिया के सबसे गर्म स्थानों में 26 मई को शामिल हो गया। मंगलवार (26 मई) चुरू में पारा 50.0 डिग्री सेल्सियस तक चला गया। मौसम विभाग के अनुसार राज्य के चुरू में मंगलवार को तापमान सबसे अधिक दर्ज किया गया। वहां अधिकतम तापमान 50.0 डिग्री सेल्सियस रहा जो पिछले 10 वर्ष में मई के माह में दूसरा अधिकतम तापमान है। इससे पहले वर्ष 2016 में 19 मई को चुरू में पारा 50.2 डिग्री तक गया था। राज्य के बाकी हिस्सों में भी गर्मी एवं लू का कहर है।
पाकिस्तान में रिकॉर्ड किए गए 50 डिग्री पारा
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) रवींद्र सिहाग ने कहा कि 50 डिग्री सेल्सियस का अधिकतम तापमान चूरू में दर्ज किया गया था, यह देश में दिन (26 मई) के लिए सबसे अधिक दर्ज किया गया तापमान है।
उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान के जैकोबाबाद में पारा 50 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। चुरु और जकोबाबाद 26 मई को दुनिया के सबसे गर्म स्थान थे।
The same temperature of 50°C was also recorded in Jacobabad, Pakistan. Churu and Jacobabad were the hottest places in the world on the day (26 May): Ravindra Sihag, Scientist at India Meteorological Department (IMD), Churu (26.05.20)
— ANI (@ANI) May 27, 2020
दिल्ली में साल 2002 के बाद मई में सबसे गर्म दिन का बना रिकॉर्ड
दिल्ली के सफदरजंग वेधशाला में 18 साल के बाद मंगलवार (26 मई) को मई महीने का सबसे अधिक तापमान 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली में लोग चिलचिलाती गर्मी और लू के थपेड़ों का सामना कर रहे हैं और राष्ट्रीय राजधानी के अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री अधिक दर्ज किया गया। वहीं पालम इलाके में तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
दिल्ली का सफदरजंग वेधशाला जो पूरे शहर के तापमान का प्रतिनिधि करता है वहां पर अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि आखिरी बार सफदरजंग में 46 डिग्री अधिकतम तापमान 19 मई 2002 को दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि सफदरजंग वेधशाला में सबसे अधिक तापमान 29 मई 1944 को 47.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
श्रीवास्तव ने बताया कि हालांकि, पालम वेधशाला में पिछली बार सबसे अधिक तापमान 47.6 डिग्री 18 मई 2010 को दर्ज किया गया था।
मौसम विभाग ने जारी किया लू को लेकर रेड अलर्ट
उत्तर भारत के कई हिस्सों में तापमान 45 से 46 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चले जाने के साथ ही भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 24 मई को दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और राजस्थान के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है।
मौसम विभाग के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि विभाग ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए लू के संबंध में ऑरेंज चेतावनी भी जारी की है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक बड़े इलाके में लगातार दो दिनों तक अधिकतम तापमान 45 डिग्री दर्ज होने पर लू की घोषणा की जाती है जबकि पारा 47 डिग्री होने पर प्रचंड लू की घोषणा की जाती है। मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली जैसे छोटे इलाके में एक दिन भी 45 डिग्री तापमान होने पर लू की घोषणा की जा सकती है।
मौसम विभाग के मुताबिक इस गर्मी के मौसम में पहली बार है जब लू को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन भी राजस्थान जोधपुर, बीकानेर, जयपुर, अजमेर, भरतपुर एवं कोटा संभाग विभिन्न स्थानों पर तेज लू चलने के आसार हैं। इन इलाकों में दिन का अधिकतम तापमान 45-47 डिग्री सेल्सियस तक रहने का अनुमान है।
मौसम विभाग के मुताबिक रेड अलर्ट लोगों को आगाह करने के लिए जारी किया गया है कि वे दोपहर एक बजे से शाम पांच बजे तक घर से बाहर न निकलें।
28 मई के बाद बारिश होने के आसार
मौसम विभाग के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के वैज्ञानिक, नरेश कुमार ने कहा कि शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाओं और तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ के बीच कम दबाव के क्षेत्र के कारण लू से भीषण लू चलने के लिए स्थिति अनुकूल है। राहत केवल 28 मई के बाद ही मिल सकती है जब पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि गुरुवार (28 मई) को पश्चमी विक्षोभ और पूर्वी हवाओं की वजह से गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार (29 मई) और शनिवार (30 मई) को धूल भरी आंधी चलने और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। यहां पर 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
(समाचार एजेंसी पीटीआई इनपुट के साथ)