नोएडा (उप्र), आठ जून नोएडा के एक निजी विश्वविद्यालय की एक वैज्ञानिक ने डीआरडीओ की प्रतिस्पर्धा में अपने उस सिद्धांत को लेकर प्रथम पुरस्कार हासिल किया है, जिसकी मदद से किसी व्यक्ति की पहचान चेहरा ढका होने या अंधेरे में भी शारीरिक मापदंड के आधार पर की जा सकती है।
एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेस साइंसेज एंड टेक्नॉलोजी की डॉ. शिवानी वर्मा के नवोन्मेषी सिद्धांत ‘शारीरीक मापदंड के जरिए किसी व्यक्ति का एआई के आधार पर पता लगाना’ ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की ‘डेयर टू ड्रीम 2.0’ नवोन्मेषी प्रतिस्पर्धा में पुरस्कार जीता।
डीआरडीओ की वेबसाइट पर उपलब्ध परीक्षा परिणाम के अनुसार वर्मा व्यक्तिगत श्रेणी में पहले पांच विजेताओं में एक हैं।
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