तेलंगाना: श्रीसैलम हाइडल पावर प्लांट हादसे में अबतक 9 लोगों की मौत, सबके शव बरामद
By पल्लवी कुमारी | Published: August 21, 2020 03:39 PM2020-08-21T15:39:09+5:302020-08-21T15:39:09+5:30
Hydroelectric Plant in Telangana: कृष्णा नदी पर बना श्रीसैलम लेफ्ट बैंक पॉवर स्टेशन हैदराबाद से करीब दो सौ किलोमीटर दूर है और तेलंगाना स्टेट पॉवर जेनरेशन कॉरपोरेशन (जेनको) इसे संचालित करता है। संयंत्र में छह इकाइयां हैं जिनकी कुल क्षमता 900 मेगावॉट बिजली उत्पादन की है और पिछले कुछ दिन से बारिश होने से यहां बिजली उत्पादन जोरों से हो रहा था।
हैदराबाद: तेलंगाना-आंध्र प्रदेश सीमा पर जमीन के अंदर बने श्रीसैलम पनबिजली संयंत्र (हाइडल पावर प्लांट) में गुरुवार रात (20 अगस्त) आग लग गई थी। इसमें नौ लोग फंसे थे और नौ लोगों के शव बरामद हो गए हैं। इसके साथ ही मामले की जांच शुरू हो गई है। तेलंगाना के ऊर्जा मंत्री जगदीश रेड्डी ने पूरे मामले पर शुक्रवार (21 अगस्त) को बयान देते हुए कहा कि गुरुवार की रात धमाका होने पर श्रीसैलम में 30 मजदूर संयंत्र में थे। एक सुरंग के जरिए 15 लोग बाहर निकल गए। वहीं अन्य 6 मजदूरों को बचा लिया गया था। बाकी 9 मजदूरों के शव बरामद कर लिए गए थे। बाकी वहां रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
प्लांट में आग लगने के कारण का अभी नहीं चल पाया है पता
एनडीआरएफ की टीम राजधानी हैदराबाद से लगभग 220 किलोमीटर दक्षिण में एक नदी के बांध में स्थित श्रीसैलम हाइडल पावर प्लांट में रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। प्लांट में आग लगने के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है। इसके लिए जांच के आदेश दिए गए हैं।
नगरकुर्नूल के जिलाधिकारी एल शरमन ने बताया कि जब आग लगी तो बहुत घना धुआं था और इसकी वजह से हम संयंत्र परिसर में प्रवेश नहीं कर पा रहे थे। संयंत्र में फंसे नौ लोगों में एक सब इंजीनियर और एक असिस्टेंट इंजीनियर शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मुख्य ध्येय उन्हें बचाना है.... उनके पास मोबाइल फोन नहीं हैं इसलिए हम उनसे संपर्क नहीं कर पा रहे हैं और वहां मोबाइल नेटवर्क भी नहीं है।
मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने हादसे पर जताया दुख
नगरकुर्नूल के जिलाधिकारी एल शरमन ने कहा कि प्रारंभिक सूचना के अनुसार आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी होगी। तेलंगाना स्टेट पॉवर जेनरेशन कॉरपोरेशन (जेनको) के मुख्य अभियंता बी सुरेश के मुताबिक जब हादसा हुआ उस वक्त संयंत्र में कम से कम 25 लोग थे, जिनमें से 15-16 बाहर आने में कामयाब रहे। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि छह लोगों को सांस लेने में दिक्कत के बाद स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने हादसे पर दुख जताया है। मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया, "मुख्यमंत्री दुर्घटना के बारे में नियमित रूप से जानकारी ले रहे हैं और वह चाहते हैं कि संयंत्र में फंसे लोग सुरक्षित बाहर आ आएं।