NRC लिस्ट से बाहर है देश के पूर्व राष्ट्रपति के भतीजे का नाम, ममता ने कहा- मैं क्या कह सकती हूं
By रामदीप मिश्रा | Updated: August 1, 2018 18:52 IST2018-08-01T18:50:43+5:302018-08-01T18:52:35+5:30
भारत के पांचवें राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद के भतीजे जियाउद्दीन अली अहमद ने दावा किया कि उनका नाम एनआरसी में नहीं है, जिसके बाद सीएम ममता बनर्जी ने आश्चर्य जताया।

NRC लिस्ट से बाहर है देश के पूर्व राष्ट्रपति के भतीजे का नाम, ममता ने कहा- मैं क्या कह सकती हूं
नई दिल्ली, 01 अगस्तः असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) की ओर से जारी अंतिम मसौदे में 40 लाख आवेदकों का नाम शामिल नहीं किया गया है। इस मुद्दे को जोर शोर से पंश्चिम बंगाल की मुख्यंत्री ममता बनर्जी उठा रही है, जिसका शोर संसद से लेकर राजीनित के गलियारों में सुनाई दे रहा है। वहीं, इस मसौदे में ऐसे लोगों का भी नाम शामिल नहीं किया गया है, जिसे सुनकर आप दंग रह जाएंगे।
दरअसल, भारत के पांचवें राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद के भतीजे जियाउद्दीन अली अहमद ने दावा किया कि उनका नाम एनआरसी में नहीं है, जिसके बाद सीएम ममता बनर्जी ने आश्चर्य जताया।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, जियाउद्दीन अली अहमद ने दावा कर कहा, 'एनआरसी सूची में हमारे नामों का उल्लेख नहीं किया गया है क्योंकि मेरे पिता (एकरामुद्दीन अली अहमद) के नाम का उल्लेख विरासत डेटा दस्तावेज में नहीं थी। मैं अपने चाचा (फखरुद्दीन अली अहमद) के परिवार के संपर्क में हूं।' बता दें, एकरामुद्दीन अली अहमद का परिवार असम के कामरुप जिले में रंगिया गांव में रहता है। फखरुद्दीन अली अहमद 24 अगस्त 1974 से लेकर 11 फरवरी 1977 तक राष्ट्रपति रहे थे।
Our names are not mentioned in #NRC list as my father's name is not mentioned in the Legacy Data document, I will get in touch with my uncle's family members: Ziauddin Ali Ahmed, nephew of former President of India Fakhruddin Ali Ahmed. #Assampic.twitter.com/7Vwe9Syl2y
— ANI (@ANI) July 31, 2018
इस मामले को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, 'मुझे आश्चर्य है कि हमारे पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद के परिवार के सदस्यों का नाम एनआरसीएसम सूची में नहीं हैं। इसके अलावा मैं क्या कह सकती हूं? ऐसे बहुत सारे लोग हैं जिनके नाम लिस्ट में नहीं हैं।'
I am surprised to see that the names of our former President Fakhruddin Ali Ahmed's family members are not on the #NRCAssam list. What else can I say? There are so many people whose names are not there: WB CM pic.twitter.com/SP8SnqO6QL
— ANI (@ANI) July 31, 2018
गौरतलब है कि सोमवार को एनआरसी के अंतिम मसौदे के मामले पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आपत्ति जाहिर की थी और उन्होंने कहा था कि वे 'भारतीय नागरिक' अपनी ही जमीन पर 'शरणार्थी' हो गए हैं। केंद्र सरकार 'वोट बैंक की राजनीति' कर रही है। ममता ने यह भी दावा किया था कि कुछ ऐसे लोगों के भी नाम अंतिम मसौदे से हटा दिए गए हैं जिनके पास पासपोर्ट, आधार और वोटर कार्ड हैं। मोदी सरकार ने 40 लाख लोगों को जबरन निकालने की कोशिश की है।
वहीं, कड़ी सुरक्षा के बीच सोमवार एनआरसी का अंतिम मसौदा प्रकाशित किया गया था, जिसमें 3.29 करोड़ आवेदकों में से 2.89 करोड़ के नाम शामिल किए गए।