नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत 42 करोड़ गरीबों को 53,248 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता मिल चुकी है। वित्त मंत्रालय के मुताबिक इस पैकेज के हिस्से के रूप में सरकार ने महिलाओं, गरीब, वरिष्ठ नागरिकों और किसानों को मुफ्त अनाज व नगद भुगतान किया। वहीं वित्त मंत्रालय ने यह भी कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने पहले ही 100% आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना के तहत 10,361.75 करोड़ रुपये के ऋण को मंजूरी दे दी है। इसमें से 3,892.78 करोड़ रुपये पहले ही वितरित किए जा चुके हैं।
कोरोना वायरस से गरीब एवं श्रमिक सबसे ज्यादा बुरी तरह प्रभावित हुए हैं: प्रधानमंत्री मोदी
कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के लंबा चलने का संकेत देने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्थव्यवस्था के बड़े हिस्से के खुल जाने के कारण देशवासियों से कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए पहले से अधिक सतर्क रहने की रविवार को अपील की। उन्होंने साथ ही कहा कि इस संक्रमण से गरीब और श्रमिक सबसे ज्यादा बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। प्रधानमंत्री ने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा, ‘‘समाज का कोई भी वर्ग ऐसा नहीं है, जो कोविड-19 संक्रमण से प्रभावित नहीं हुआ है, लेकिन गरीब एवं श्रमिक सबसे ज्यादा बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।’’
उन्होंने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा अब खुल गया है, इसलिए अब और अधिक सतर्क रहना महत्वपूर्ण हो गया है।’’ उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ भारत की लड़ाई देश के लोगों के नेतृत्व में लड़ी जा रही है और इस लड़ाई में देश की ‘सेवा शक्ति’ नजर आ रही है मोदी ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में हमारे नागरिकों की कुछ नया करने की भावना जोश भर रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आगे की डगर लंबी है, हम ऐसी वैश्विक महामारी से लड़ रहे हैं, जिसके बारे में पहले से बहुत कम जानकारी है।’’ मोदी ने चक्रवात अम्फान के कारण बुरी तरह प्रभावित हुए ओडिशा एवं पश्चिम बंगाल की मदद के लिए उनके साथ खड़े रहने की बात भी की। उन्होंने साथ ही कहा कि टिड्डियों के दलों से प्रभावित हुए लोगों को मदद मुहैया कराई जाएगी।