लखनऊ : उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद इलाके में 44 लोगों की मौत डेंगू के कारण हो गई है, मरने वालों में ज्यादातर बच्चे हैं । इन मौतें से इलाके में डर का माहौल है । डेंगू से हुई मौतों को लेकर संदेह जताया जा रहा है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बाबत जांच के आदेश दिए हैं । विशेष रूप से जो मौतें 12 दिन के भीतर हुई हैं ।
फिरोजाबाद से भाजपा विधायक मनीष असिजा ने बताया कि जिले में डेंगू से मरने वालों की संख्या 44 हो गई है और वह स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं । असिजा ने कहा, "पिछली रात (30 अगस्त) तीन मौतें हुईं जबकि मंगलवार को दो मौतें हुईं, जिससे मरने वालों की संख्या 44 हो गई।"
भाजपा विधायक ने कहा कि प्रभावितों को उचित इलाज मुहैया कराने के लिए 25 प्रभावित स्थानों पर शिविर लगाए गए हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 30 अगस्त को फिरोजाबाद का दौरा किया और जिले में कुछ संदिग्ध डेंगू रोगियों से मुलाकात की । आदित्यनाथ ने कहा कि लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की एक टीम और एक निगरानी टीम द्वारा मौतों के कारणों की जांच की जाएगी । सीएम ने कहा था कि अबतक 32 बच्चों और 7 वयस्कों की मौत हो चुकी है ।
उन्होंने बताया, "लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की एक टीम और एक निगरानी टीम बच्चों की मौत की जांच करेगी ताकि कारणों का पता लगाया जा सके ।" आदित्यनाथ ने आगे पुष्टि की कि डेंगू जैसे बुखार से पहली मौत 18 अगस्त को फिरोजाबाद में हुई थी ।
29 अगस्त को, असिजा ने इस 'त्रासदी' के लिए स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय निकाय को जिम्मेदार ठहराया था । उन्होंने यह भी कहा था कि जिले में 22-23 अगस्त से अब तक 40 से अधिक बच्चों की डेंगू से मौत हो चुकी है ।
जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने एहतियाती कदम उठाते हुए कक्षा 1 से 8 तक के सभी स्कूलों को 6 सितंबर तक बंद रखने का आदेश दिया है । आदेश में कहा गया है कि स्कूलों के अलावा कोचिंग संस्थान भी बंद रहेंगे और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी । प्रशासन ने भी सख्त जांच के आदेश दिए हैं ।