नयी दिल्ली, आठ फरवरी किडनी, लीवर और हृदय रोगों के जटिल मामलों वाले म्यांमा के 21 मरीज दिल्ली के एक अस्पताल में अंग प्रत्यारोपण कराने के लिए पहुंचे हैं।
अस्पताल के एक बयान के मुताबिक, ये मरीज छह महीने से अंग प्रत्यारोपण का इंतजार कर रहे हैं। यात्रा प्रतिबंधों में ढील होने से इन रोगियों को राहत मिली, जो अब जाकर यहां पहुंच पाए हैं। इन्हें विशेष चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता है।
बयान में कहा गया, "इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल ने भारतीय दूतावास के साथ मिलकर इन रोगियों को तत्काल किडनी/लीवर प्रत्यारोपण के लिए भारत लाने के लिए एक विशेष चार्टर्ड उड़ान की व्यवस्था की। वे 5 फरवरी को भारत पहुंचे।"
म्यांमा में स्थित भारतीय मिशन से इन रोगियों को काफी मदद मिली। वे इलाज करवाने के लिए छह महीने से अधिक समय से इंतजार कर रहे थे। ये सभी गंभीर रूप से बीमार रोगी हैं।
अपोलो अस्पताल के समूह चिकित्सा निदेशक डॉ. अनुपम सिब्बल ने कहा, "हमने वर्चुअल कंसल्टेशन के जरिए उनका इलाज करने की कोशिश की, लेकिन अब उन्हें सर्जरी की जरूरत है।
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