लाइव न्यूज़ :

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को झटका, एआईसीसी के दो मेंबर राजेश और शैलेंद्र सिंह ने दिया इस्तीफा, जानें वजह

By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: August 30, 2021 18:37 IST

2022 UP elections: पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस के लिए इसे एक और झटका माना जा रहा है।

Open in App
ठळक मुद्देउत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को अपना त्याग पत्र भेजा।उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संगठन सह प्रभारी तथा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मनोनीत सदस्य हैं।रीता बहुगुणा जोशी 2017 में लखनऊ के कैंट विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ीं।

2022 UP elections: अगले वर्ष की शुरुआत में उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ही अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) के दो सदस्यों -- राजेश सिंह और शैलेंद्र सिंह ने पुराने कांग्रेसियों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।

 

पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस के लिए इसे एक और झटका माना जा रहा है। अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सदस्यों-- शैलेंद्र सिंह और राजेश सिंह ने रविवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को अपना त्याग पत्र भेजकर आरोप लगाया कि पार्टी में पुराने कांग्रेसियों की उपेक्षा की जा रही है।

राजेश सिंह ने अपने पत्र में कहा है कि वह छात्र जीवन से ही कांग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ता रहे और पिछले 25 साल से एनएसयूआई, युवक कांग्रेस तथा उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी में विभिन्न पदों पर रहे। सिंह ने कहा कि वह अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सदस्य भी निर्वाचित हुए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के मौजूदा माहौल एवं पुराने कांग्रेसियों की उपेक्षा के कारण वह त्यागपत्र दे रहे हैं।

उधर अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सदस्य शैलेंद्र सिंह ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को भेजे गए अपने त्यागपत्र में कहा है कि वह पिछले 15 वर्ष से जनसेवा एवं कांग्रेस संगठन में सक्रिय रहे और वह वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संगठन सह प्रभारी तथा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मनोनीत सदस्य हैं।

उन्‍होंने कहा कि निष्ठावान एवं पुराने कांग्रेसियों की उपेक्षा के कारण वह त्यागपत्र दे रहे हैं और कांग्रेस के दोनों नेताओं ने अपने इस फैसले की जानकारी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी व प्रियंका गांधी को भी दी है। उल्लेखनीय है कि इसी वर्ष जून के दूसरे सप्ताह में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी।

कांग्रेस में ब्राह़मण और युवा चेहरे के रूप में जितिन प्रसाद अपना दखल रखते थे और उनके पिता जितेंद्र प्रसाद उत्‍तर प्रदेश कांग्रेस के अध्‍यक्ष रह चुके थे। ध्‍यान रहे कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले भी उत्‍तर प्रदेश कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी, कुशीनगर जिले के तत्कालीन कांग्रेस विधायक विजय दुबे समेत कई प्रमुख नेताओं ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा की सदस्यता ली थी।

रीता बहुगुणा जोशी ने तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर आरोप लगाया था कि वह किसी की बात नहीं सुनते हैं। भाजपा में शामिल होने के बाद रीता बहुगुणा जोशी 2017 में लखनऊ के कैंट विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ीं और चुनाव जीतने के बाद उन्‍हें मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के नेतृत्‍व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया।

हालांकि 2019 में भाजपा ने उन्‍हें प्रयागराज से लोकसभा चुनाव में अपना उम्‍मीदवार बनाया। इस समय रीता बहुगुणा जोशी प्रयागराज और विजय दुबे कुशीनगर से भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं। शैलेंद्र सिंह ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू पर निशाना साधा है।

उन्होंने आरोप लगाया है कि लल्लू के कमान संभालने के बाद दल में निष्ठावान एवं पुराने कांग्रेसियों की उपेक्षा की जा रही है और यही कारण है कि कांग्रेस के समर्पित नेता लगातार पार्टी छोड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि दल के इस स्थिति की जानकारी प्रियंका गांधी को कई बार दी, लेकिन उन्होंने कोई कदम नही उठाया और ऐसे में उनके सम्मुख कांग्रेस से त्यागपत्र देने के सिवाय कोई और विकल्प नही रह गया था।

कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश पांडेय ने दो नेताओं के त्यागपत्र पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि दोनों नेताओं का प्रदेश अध्यक्ष से विवाद चल रहा था। कांग्रेस के प्रदेश सचिव व इलाहाबाद के प्रभारी राघवेंद्र प्रताप सिंह ने कांग्रेस नेताओं के आरोप को निराधार करार देते हुए कहा है कि प्रियंका गांधी एवं अजय लल्लू के नेतृत्व में कांग्रेस को पंचायत व बूथ स्तर पर मजबूत करने का कार्य किया जा रहा है। 

टॅग्स :उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावकांग्रेसBJPराहुल गांधीलखनऊउत्तर प्रदेशसमाजवादी पार्टीयोगी आदित्यनाथ
Open in App

संबंधित खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो के उड़ानों के रद्द होने पर राहुल गांधी ने किया रिएक्ट, बोले- "सरकार के एकाधिकार मॉडल का नतीजा"

भारतUP: ट्रैफिक रूल्स तोड़ने में नोएडा पहले और लखनऊ दूसरे स्थान पर, राज्य में दस माह में 1.27 करोड़ लोगों का चालन, इनमें एक भी पुलिसवाला नहीं

भारतUP: बूथ पर बैठकर मंत्री और विधायक SIR का फार्म भरवाए, सीएम योगी ने दिए निर्देश, राज्य में 15.44 करोड़ मतदाता, पर अभी तक 60% से कम ने फार्म भरे गए

भारत अधिक खबरें

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतIndiGo Flight Cancel: इंडिगो संकट के बीच DGCA का बड़ा फैसला, पायलटों के लिए उड़ान ड्यूटी मानदंडों में दी ढील