बाराबंकी में भीषण सड़क हादसे में 18 लोगों की मौत, 25 घायल
By भाषा | Updated: July 28, 2021 21:22 IST2021-07-28T21:22:29+5:302021-07-28T21:22:29+5:30

बाराबंकी में भीषण सड़क हादसे में 18 लोगों की मौत, 25 घायल
बाराबंकी/लखनऊ, 28 जुलाई उत्तर प्रदेश में बाराबंकी जिले के रामसनेहीघाट क्षेत्र में एक तेज रफ्तार ट्रक ने सड़क किनारे खड़ी एक बस को पीछे से टक्कर मार दी जिससे 18 लोगों की मौत हो गई तथा 25 अन्य घायल हो गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फोन कर घटना पर दुख व्यक्त किया और हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये तथा घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की।
लखनऊ जोन के अपर पुलिस महानिदेशक एस. एन. साबत ने बुधवार को बताया कि पंजाब से सवारियां लेकर बिहार जा रही एक निजी डबल डेकर बस 27/28 जुलाई की दरमियानी रात रामसनेहीघाट क्षेत्र में लखनऊ-अयोध्या राजमार्ग पर कल्याणी नदी के पास एक्सेल टूट जाने की वजह से सड़क के किनारे खड़ी थी।
उन्होंने कहा कि बस ठीक होने में देर लगने की बात बताए जाने पर यात्री बस से बाहर निकल आए थे और कुछ लोग बस के आगे सड़क पर लेटे भी हुए थे। तभी रात करीब 12 बजे पंजाब से बिहार जा रहे नागालैंड के एक तेज रफ्तार ट्रक ने बस को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी।
साबत ने बताया कि इस हादसे में बस सवार 11 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई तथा सात अन्य ने इलाज के लिए अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। दुर्घटना में 25 अन्य लोग जख्मी हो गए।
बाराबंकी पुलिस के मुताबिक मरने वालों में अब तक 16 की शिनाख्त हुई है। इनमें सुरेश यादव (35), इंदल महतो (25), सिकंदर मुखिया (40), मोनू साहनी (30), जगदीश साहनी (40), जय बहादुर साहनी (40) बैजनाथ राम (55) बलराम मंडल (55), संतोष सिंह (30), बउवा (24), नरेश (37) और अखिलेश मुखिया (30),गगन देव (35), शनीचर (50), मस्तराम मंडल (60) तथा राजदेव महतो (60) शामिल हैं। ये सभी बिहार के रहनेवाले थे। बस में कुल 130 यात्री सवार थे जिनमें से ज्यादातर लोग बिहार के निवासी थे।
बाराबंकी पुलिस ने देर शाम जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि दुर्घटना से सुरक्षित बचे 81 लोगों को थाना रामसनेहीघाट में एक स्कूल में ठहराया गया एवं उनके खाने-पीने का उचित प्रबंध किया गया। बाद में, दो बसों से उन्हें उनके गंतव्य स्थान को रवाना कर दिया गया।
दुर्घटना के संबंध में थाना रामसनेहीघाट में बस संख्या-यूपी 22 टी 7918, ऋषभ ट्रैवल्स कम्पनी, मालिक का नाम पता अज्ञात, ऋषभ ट्रैवल्स कम्पनी के प्रबंधक का नाम पता अज्ञात व ट्रक संख्या- एनएल 01 क्यू 8280 के चालक का नाम पता अज्ञात पंजीकृत कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।
बाराबंकी पुलिस के मुताबिक दुर्घटना में 18 लोगों की मृत्यु हो गई तथा घायलों में से 11 व्यक्तियों का लखनऊ के ट्रामा सेन्टर और एक घायल व्यक्ति का जिला अस्पताल बाराबंकी में इलाज चल रहा है। ज्ञात मृतकों का पंचायतनामा भरकर पोस्टमॉर्टम कराया जा चुका है। पोस्टमॉर्टम के बाद शवों को परिजनों के पास भेजा जा रहा है।
पुलिस ने बताया कि ये लोग बिहार के मजदूर थे जो पंजाब और हरियाणा में धान की रोपाई कर वापस आ रहे थे।
इस बीच, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फोन कर बाराबंकी में हुई दुर्घटना के बारे में जानकारी ली और शोकसंतप्त परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की।
प्रधानमंत्री ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये तथा घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता का ऐलान किया है।
मुख्यमंत्री योगी ने इस दुर्घटना में लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के शोकसंतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए घायल लोगों का समुचित उपचार कराने तथा प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद और राहत प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।
योगी के निर्देश पर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्रियों-आशुतोष टंडन और महेंद्र सिंह ने लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर जाकर घायलों के उपचार का जायजा लिया और उनका समुचित उपचार करने के लिए डाक्टरों को निर्देश दिए।
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ट्रामा सेंटर के प्रभारी डॉक्टर संदीप तिवारी के अनुसार बाराबंकी हादसे के 11 घायल यहां भर्ती हैं। इनमें से एक के सिर में और एक व्यक्ति की रीढ़ में चोट आई है। शेष यात्री मामूली रूप से घायल हैं।
बस में सवार रहे सीताराम ने कहा "हम लोग जून के महीने में खेतों में धान की रोपाई के लिए बिहार से पंजाब मजदूरी करने गए थे। रोपाई खत्म होने के बाद अपने घर वापस जा रहे थे। मंगलवार रात एक्सल टूट जाने के कारण हमारी बस रुक गई जिसे गाड़ी मैकेनिक ठीक करने के लिए आया था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आधे से ज्यादा यात्री गर्मी के कारण बस से नीचे उतर गए थे। पीछे से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक ने बस की तरफ खड़े सभी लोगों को कुचलते हुए बस में पीछे से जोरदार टक्कर मार दी जिससे लोगों की मौत हुई। हम लोग सड़क के विपरीत दिशा में खड़े होने के कारण बच गए।"
दुर्घटना में अपने पिता बलराम मंडल और रिश्ते में भाई लगने वाले बैजनाथ को खो चुके 25 वर्षीय संजय मण्डल ने बताया कि वे लोग हर साल की तरह इस बार भी पंजाब जाकर ठेके पर धान रोपाई का काम करके लौट रहे थे कि तभी यह हादसा हो गया।
पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने बताया कि मृतकों व घायलों के परिजनों के लिए हेल्पलाइन नंबर 9454417464 जारी किया गया है। हादसे की चपेट में आए लोग बिहार के सीतामढ़ी, मधेपुरा, सीभर, सुपौल और सहरसा आदि जिलों के रहनेवाले थे।
इस बीच, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस समेत विभिन्न दलों ने बाराबंकी में हुए हादसे पर दुख जताया है।
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