सत्रहवीं लोकसभा में आपको कई बदलाव देखने को मिलेंगे। कई नये चेहरे शामिल होंगे तो कई पुराने दिग्गज नेता नहीं दिखाई देंगे। इसका प्रभाव पहली वरिष्ठ नेताओं वाली पहली पंक्ति पर भी दिखाई देगा। जिसमें पिछली लोकसभा सत्र के दौरान बैठने वाले आधे से ज्याद लोग नहीं शामिल होंगे। जिसमें प्रमुख नाम भारतीय जनता पार्टी( बीजेपी) के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी और डॉ. मुरली मनोहर जोशी हैं। कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे नेता भी इसमें शामिल हैं। इसके अलावा एच डी देवेगौड़ा और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी इसी लिस्ट में शामिल हैं।
सत्रहवीं लोकसभा 6 जून से शुरू होकर 15 जून तक चल सकती है। लोकसभा के सत्रहवीं सत्र में जिन नये चेहरों को जगह मिल सकती है उसमें गृहमंत्री अमित शाह, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और भारी उद्योग मंत्री अर्रंवद सावंत प्रमुख हैं।
खबरों के मुताबिक प्रधानमंत्री के साथ वाली सीट पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह या गृहमंत्री अमित शाह बैठ सकते हैं। सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और सदानंद गौड़ा भी हली पंक्ति में बैठ सकते हैं।
इस बार लोकसभा में पहली बार बीजेपी के 303 सांसद नजर आएंगे। वहीं, कांग्रेस के 52 सांसद ही दिखेंगे। 10 जून को लोकसभा की स्पीकर का चुनाव हो सकता है। संख्या बल के हिसाब से पहली पंक्ति की 20 सीटों में 13 सीटें एनडीए के हिस्से में आएंगी। एक सीट लोकसभा उपाध्यक्ष के लिए होगी। बाकी छह सीटों में दो कांग्रेस को और एक-एक द्रमुक, वाईएसआर कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के हिस्से में आएगी।