नई दिल्ली: सरकारी नियोक्ता रेलवे सहित केंद्र के तहत 50 विभागों ने कर्मचारियों के वेतन से नागरिक सहायता और आपातकालीन स्थिति (पीएम केयर) फंड में 157.23 करोड़ रुपये का योगदान दिया गया है। पीएम केयर्स फंड में दान देने वालों में सबसे टॉप पर रेलवे है जिसने 146.72 करोड़ रुपये का योगदान दिया है।
इंडियन एक्सप्रेस के इस बात की जानकारी आरटीआई के जरिये मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, एक आरटीआई के जवाब में रेलवे ने बताया, 'कर्मचारियों से कंट्रीब्यूशन के जरिये पीएम केयर्स फंड में योगदान दिया गया है। आरटीआई जानकारी के आधार पर इस सूची में दूसरे नंबर पर अंतरिक्ष विभाग है। विभाग ने 5.18 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। विभाग ने कहा कि कि कर्मचारियों द्वारा किया गया योगदान व्यक्तिगत रूप से उनके वेतन से किया गया है।
पीएमओ से नहीं मिला RTI का जवाब
वहीं, अंतरिक्ष विभाग इस सूची में 5.18 करोड़ रुपये के साथ नंबर दो पर है। विभाग ने कहा, "कर्मचारियों द्वारा किया गया योगदान उनकी व्यक्तिगत क्षमता है यह उनके वेतन के माध्यम से नहीं दिया गया। हालांकि, कई प्रमुख विभाग जैसे प्रधान मंत्री कार्यालय (पीएमओ), गृह मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले लोग और डाक विभाग जैसे बड़े नियोक्ता ने आरटीआई प्रश्नों का जवाब नहीं दिया। PM Cares Fund को मैनेज करने वाले पीएमओ ने पहले भी प्राप्त राशि के विवरण को देने से मना कर दिया था।
pmcares.gov.in पर देखी जा सकती है जानकारी
एक आरटीआई के जवाब में पीएमओ का कहना था कि आरटीआई अधिनियम की धारा 2 (एच) के तहत पीएम केयर्स फंड एक सार्वजनिक प्राधिकरण नहीं है। हालांकि, PM CARES फंड के संबंध में प्रासंगिक जानकारी वेबसाइट pmcares.gov.in पर देखी जा सकती है। बता दें कि इस साल 28 मार्च को कोरोना के प्रकोप के बाद पीएम केयर्स फंड को बनाया गया और इसकी वेबसाइट के अनुसार, 31 मार्च तक 3,076.62 करोड़ रुपये का कोष था, जिसमें से 3,075.85 करोड़ रुपये "स्वैच्छिक योगदान" के रूप में के रूप में मिले थे।