इंदौर (मध्यप्रदेश), 18 अप्रैल कोविड-19 की दूसरी लहर के घातक प्रकोप के बीच रेमडेसिविर दवा की 12,000 शीशियां रविवार को यहां पहुंचीं जिन्हें हवाई मार्ग से राज्य के अलग-अलग हिस्सों में भेजा गया।
अधिकारियों ने बताया कि पिछले तीन दिन में यह दूसरी बार है जब महामारी से संघर्ष कर रही राज्य सरकार ने इस जरूरी दवा की खेप पहुंचाने के लिए सरकारी विमान और हेलिकॉप्टर लगा दिए हैं।
उन्होंने बताया कि रेमडेसिविर की ताजा खेप महाराष्ट्र से ट्रक से इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंची। हवाई अड्डे से इसे सरकारी विमानों और हेलिकॉप्टरों से प्रदेश के विभिन्न संभागीय मुख्यालयों में भेजा गया।
अधिकारियों ने बताया कि रेमडेसिविर के 125 बक्से इंदौर हवाई अड्डे पहुंचे जिनमें से हरेक में 96 शीशियां हैं। हेलिकॉप्टर के माध्यम से इनमें से 25 बक्से भोपाल, चार बक्से होशंगाबाद और पांच बक्से सागर पहुंचाए गए।
इसी तरह, सरकारी विमान से 10 बक्से ग्वालियर, एक बक्सा चंबल क्षेत्र, चार बक्से रीवा, तीन बक्से शहडोल और 21 बक्से जबलपुर पहुंचाये गए। सड़क मार्ग से 14 बक्से उज्जैन पहुंचाए गए, जबकि 38 बक्से इंदौर के लिए रखे गए।
गौरतलब है कि कोविड-19 के मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली रेमडेसिविर की 12,000 शीशियां ऐसे वक्त मध्यप्रदेश पहुंचीं, जब राज्य में इस दवा की भारी किल्लत है और मरीजों के परिजन इसकी कालाबाजारी की शिकायतें भी कर रहे हैं।
इससे पहले, 15 अप्रैल को रेमडेसिविर की 9,600 शीशियां इंदौर पहुंची थीं जिन्हें सरकारी विमानों और हेलिकॉप्टरों से राज्य के अलग-अलग हिस्सों में भेजा गया था।
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