अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे का बाद वहां के कलाकार भारी मन से देश छोड़ समंदर पार जा रहे हैं। जब काबुल पर तालिबान कब्जा करने वाले थे, उससे ठीक पहले अफगानी फिल्ममेकर सहरा करीमी ने दुनिया के नाम एक खुला खत लिखा और मदद मांगी। कि अभी भी समय है बचा लीजिए वरना बहुत देर हो जाएगी।
सहरा ने तालिबानियों द्वारा अफगानिस्ता में हो रहे नर संहार को लेकर दुनियी की चुप्पी पर हैरानी जताई थी। उन्होंने दुनियाभर के सिनेमा प्रेमियों से कहा कि इस संकट की घड़ी में अफगानियों की मदद की जाए ताकि कोई भी देश छोड़ने के मजूबर ना हो। चिट्ठी में सहरा ने अफगानिस्तान और वहां के नागरिकों को लेकर जो चिंता जाहिर की थी, वह सब सच होती दिख रही हैं। आम नागरिक से लेकर फिल्ममेकर, कलाकार तक देश छोड़ भाग रहे हैं।
इस बीच अफगानिस्तान की फिल्ममेकर और फोटोग्राफर रोया हैदरी ने अपना देश छोड़ दिया है। उन्होंने भावुक लाइनें लिखी किं 'मैं केवल अपने कुछ कैमरे और अंदर से मरे हुए इंसान को समुद्र के पार ले आई हूं।'
सोशल मीडिया पर रोया हैदरी ने लिखा- मैंने अपनी पूरी ज़िंदगी, अपना घर छोड़ दिया ताकि मेरी भागीदारी बनी रहे। मैं एक बार फिर अपनी मातृभूमि से भाग रही हूं। उन्होंने लिखा, मैं एक बार फिर शून्य से शुरुआत करने जा रही हूं। मैं केवल अपने कुछ कैमरे और अंदर से मरे हुए इंसान को समुद्र के पार...ले आई। हमारे पुनः मिलने तक भारी मन से, मातृभूमि को अलविदा।
गौरतलब है कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में गुरुवार को एयरपोर्ट के बाहर सिलसिलेवार बम धमाकों में 169 अफगान और 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई थी।आतंकवादी संगठन ISIS-K ने इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली थी।