पीएम मोदी ने हॉकी कप्तान रानी से की बात, कहा-टीम के ‘विलक्षण’ प्रदर्शन के लिए लोग याद रखेंगे
By सतीश कुमार सिंह | Published: August 4, 2021 07:29 PM2021-08-04T19:29:18+5:302021-08-04T19:31:22+5:30
Tokyo Olympics: भारत के पास अभी भी कांस्य पदक जीतने का मौका है जिसके लिये शुक्रवार को उसका सामना तीसरे चौथे स्थान के मुकाबले में ग्रेट ब्रिटेन से होगा।
Tokyo Olympics: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल और कोच सोजर्ड मारिन से टेलीफोन पर बातचीत की। उन्होंने महिला हॉकी टीम के प्रदर्शन पर गर्व व्यक्त किया। देश की शान आप हैं।
मोदी ने बुधवार को कहा कि भारतीय हॉकी टीम के ‘‘विलक्षण’’ प्रदर्शन के लिए लोग तोक्यो ओलंपिक को याद रखेंगे। महिला हॉकी के सेमीफाइनल मुकाबले में भारत की हार के बाद प्रधानमंत्री की यह प्रतिक्रिया सामने आई। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘हॉकी टीमों के विलक्षण प्रदर्शन के लिए लोग टोक्यो ओलंपिक को याद रखेंगे। आज और पूरी प्रतियोगिता के दौरान हमारी महिला हॉकी टीम बहादुरी से खेली और शानदार कौशल दिखाया। अगले मुकाबले और भविष्य के लिए टीम को शुभकामनाएं।
PM Narendra Modi had a telephone conversation with the women’s Hockey team captain Rani Rampal and coach Sjoerd Marijne. He expressed pride at the performance of the women's hockey team
— ANI (@ANI) August 4, 2021
(file photos) pic.twitter.com/b93xvz3KDo
भारतीय महिला हॉकी टीम का ओलंपिक में पहली बार स्वर्ण जीतने का सपना आज टूट गया। सेमीफाइनल मुकाबले में दुनिया की दूसरे नंबर की टीम अर्जेंटीना ने 2- 1 से भारत को पराजित कर दिया। भारत के पास अभी भी कांस्य पदक जीतने का मौका है जिसके लिये शुक्रवार को उसका सामना ग्रेट ब्रिटेन से होगा। भारतीय पुरुष हॉकी टीम को भी सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। अब भारतीय टीम कांस्य पदक के लिए मैदान में उतरेगी।
One of the things we will remember Tokyo 2020 for is the stupendous performance by our Hockey teams. Today & through the Games, our Women’s Hockey team played with grit & showcased great skill. Proud of the team. Best of luck for the game ahead and for future endeavours: PM Modi pic.twitter.com/QwAKttHKmJ
— ANI (@ANI) August 4, 2021
अपनी दिलेरी और जुझारूपन से इतिहास रच चुकी भारतीय महिला हॉकी टीम का ओलंपिक में पहली बार स्वर्ण जीतने का सपना दुनिया की दूसरे नंबर की टीम अर्जेंटीना ने बुधवार को सेमीफाइनल में 2 . 1 से जीत के साथ तोड़ दिया। भारतीय खिलाड़ियों के दिल इस हार से जरूर टूटे होंगे लेकिन उनका सिर फख्र से ऊंचा होगा क्योंकि ओलंपिक जाने से पहले किसी ने उनके अंतिम चार में पहुंचने की कल्पना भी नहीं की थी । भारत के पास अभी भी कांस्य पदक जीतने का मौका है जिसके लिये शुक्रवार को उसका सामना तीसरे चौथे स्थान के मुकाबले में ग्रेट ब्रिटेन से होगा।
भारत के लिये गुरजीत कौर ने दूसरे मिनट में गोल किया लेकिन अर्जेंटीना के लिये कप्तान मारिया बारियोनुएवा ने 18वें और 36वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर तब्दील किये । इससे पहले भारतीय टीम ने तीन बार की चैम्पियन आस्ट्रेलिया को क्वार्टर फाइनल में 1 . 0 से हराकर पहली बार सेमीफाइनल में जगह बनाई थी । भारतीय टीम 1980 के मास्को ओलंपिक में छह टीमों में चौथे स्थान पर रही थी ।