नई दिल्ली: अपने जमाने के दिग्गज हॉकी खिलाड़ी और तीन बार के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता बलबीर सिंह सीनियर की स्थिति स्थिर बनी हुई है और उन्हें अब भी जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है। इस 96 वर्षीय दिग्गज को निमोनिया के कारण शुक्रवार को मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उन्हें बुधवार की सुबह भी दो बार दिल का दौरा पड़ा और तब से उनकी स्थिति स्थिर बनी हुई है। बलबीर सीनियर के नाती कबीर ने ‘बताया, ‘‘नानाजी को कल (बुधवार) सुबह दो बार दिल का दौरा पड़ा लेकिन उसके बाद उनकी हालत नहीं बिगड़ी। उनकी स्थिति हालांकि अब भी नाजुक है और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें अब भी फोर्टिस अस्पताल के आईसीयू में रखा गया है। चिकित्सक लगातार उनकी स्थिति का आकलन कर रहे हैं।’' बलबीर सीनियर को शुक्रवार को तबीयत बिगड़ने पर सेक्टर-36 स्थित उनके आवास से निजी अस्पताल ले जाया गया था। वह अपनी बेटी सुशबीर और कबीर के साथ रहते हैं।
पिछले साल जनवरी में बलबीर सीनियर को अस्पताल में 108 दिन बिताने के बाद पीजीआईएमईआर से छुट्टी मिली थी। इस अस्तपाल में उनका निमोनिया के लिये उपचार चल रहा था। उन्होंने लंदन (1948), हेलसिंकी (1952) और मेलबर्न (1956) ओलंपिक में भारत के स्वर्ण पदक जीतने में अहम भूमिका निभाई थी। हेलसिंकी ओलंपिक में नीदरलैंड के खिलाफ 6-1 से मिली जीत में उन्होंने पांच गोल किये थे और यह रिकॉर्ड अभी भी बरकरार है। वह 1975 विश्व कप विजेता भारतीय हॉकी टीम के मैनेजर भी रहे।