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गेहूं-चने की रोटी खाने के फायदे : डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, कब जैसे 8 गंभीर रोगों से बचने के लिए खाएं गेहूं-चने की रोटी

By उस्मान | Updated: March 17, 2021 09:08 IST

अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो यह मिश्रण आपके लिए परफेक्ट है

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ठळक मुद्देयह मिश्रण प्रोटीन के बेहतर स्रोत हैकब्ज या बवासीर के रोगोयों के लिए फायदेमंद इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल लेवल रहता है कंट्रोल

गेहूं के आटे अधिकतर लोग खाते हैं। क्या आपने कभी चने के आटे की रोटी खाई है? माना जाता है कि जब गेहूं और चने के आटे को मिक्स कर दिया जाता है, तो आटे के पोषक तत्व बढ़ जाते हैं। यह मिश्रण न सिर्फ आपको कई बीमारियों से बचाता है, बल्कि डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और कब्ज जैसी कई गंभीर बीमारियों के खतरे को भी कम कर सकता है।

वजन कम करने में सहायकअगर आप अपने कैलोरी सेवन को कम करने की कोशिश कर रहे हैं तो यह मिश्रण आपके लिए बेहतर विकल्प है। चने के आटे के में 1 कप (92 ग्राम) में लगभग 25% कम कैलोरी होती है। शोधकर्ताओं का मानना है कि कम कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना अधिक प्रभावी तरीके से वजन कम किया जा सकता है।

डायबिटीज में फायदेमंदचने के आटे में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। इसलिए इसे डायबिटीज के रोगियों के लिए बेहतर आहार माना जाता है। इससे उनका शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। डायबिटीज के रोगियों को हर रोज गेंहू-चने के आटे की मिक्‍स रोटी खाने की सलाह दी जाती है।

फाइबर का बेहतर स्रोत चने का आटा फाइबर से भरा होता है। एक कप (92 ग्राम) चने के आटे में 10 ग्राम फाइबर होता है। फाइबर रक्त में वसा के स्तर में सुधार के साथ जुड़ा हुआ है। साथ ही इसके सेवन से कब्ज और बवासीर में राहत मिल सकती है। 

कोलेस्ट्रॉल लेवल रहता है कंट्रोलचने के आटे में अनसैचुरेटेड फैट्स मौजूद होता है। गेंहू के आटे के साथ मिलकर यह हमारे स्वास्थ के लिए लाभकारी होता है। जिससे हमारे शरीर का कोलेस्ट्रॉल लेवल बेहतर रहता है। दोनों अनाजों की मिक्‍स चपाती गुड कॉलेस्‍ट्रॉल की उपस्थिति बनाए रखती है।

प्रोटीन का अच्छा स्रोतचने का आटा प्रोटीन में अधिक होता है। एक 1-कप (92-ग्राम) चने के आटे में 20 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है और इसे गेहूं के आटे मिक्स करने से यह मात्रा बढ़ जाती है। आपके शरीर को मांसपेशियों के निर्माण और चोट और बीमारी से उबरने के लिए प्रोटीन की आवश्यकता होती है। यह वजन प्रबंधन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

मूड को बनाता है अच्छा गेंहू और चने का आटा हाई फाइबर सोर्स है। जिससे पाचन तंत्र अच्‍छा रहता है। चने के आटे में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। डॉक्‍टर मानते हैं कि अगर शरीर में आयरन-कैल्श्यिम सही मात्रा में हो तो हम तनाव के कम शिकार होते हैं। जिससे मूड भी अच्‍छा रहता है। इसमें विटामिन बी6 भी पाया जाता है जो सेरोटोनिन बनाने में मदद करता है। सेरोटोनिन मूड को बेहतर करने में मदद करता है और तनाव से भी दूर रखता है।

गर्भावस्‍था में है लाभकारीगेंहू और चने के मिक्‍स आटे की रोटी गर्भावस्‍था में भी बहुत लाभकारी मानी जाती है। इसमें मौजूद फॉस्‍फोरस और कैल्शियम गर्भस्‍थ शिशु के स्‍वास्‍थ्‍य के लिए लाभकारी माना जाता है। यह फोलेट का एक बेहतरीन सोर्स है। जो गर्भ में पल रहे बच्चे के दिमाग, रीढ़ की हड्डी और पूर्ण विकास के लिए जरूरी तत्‍व माना जाता है।

कैसे बनाएं गेंहू-चने की रोटीगेंहू और चने के आटे की मिक्‍स रोटी, पारंपरिक भारतीय चपाती है। इसमें 1:2 के अनुपात में चने का आटा और गेंहू का आटा मिक्‍स किया जाता है। जिससे सेहत को दोनों अनाजों के लाभ मिल सकें। गेंहू चने के आटे की मिक्‍स रोटी बनाने के लिए एक कप चने के आटे में दो कप गेंहू का आटा मिलाया जाता है। आप चाहें तो इसे एक साथ पिसवा कर भी रख सकते हैं। 

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