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World Immunization Week: बच्चों को कब और कितने टीके लगवाएं, क्या हैं इनके फायदे

By उस्मान | Updated: April 24, 2018 07:26 IST

अगर आप अपने बच्चे को समय पर टीका नहीं लगवा पाए हैं, तो आपको घबराना नहीं चाहिए। ऐसी स्थिति में आपको कैच-अप टीकाकरण चार्ट को फॉलो करना चाहिए।

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वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन द्वारा हर साल अप्रैल के आखिरी हफ्ते में 'वर्ल्ड इम्यूनाइजेशन वीक' यानी विश्व टीकाकरण हफ्ते का आयोजन किया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों में बच्चों को विभिन्न बीमारियों से बचाने के लिए लगने वाले टीकों के प्रति जानकारी देना और जागरूकता पैदा करना है।  

मुझे अपने बच्चे को कौन से टीके लगवाने चाहिए?

किस उम्र में?

अगर मैं भूल जाऊं तो क्या होगा?

यह ऐसे सवाल हैं, जिनका जवाब दुनिया के हर पेरेंट्स को जानना चाहिए। खैर आगे बढ़ने से पहले आपको इंडियन अकैडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स द्वारा निर्धारित टीकाकरण 2018 चार्ट को समझना चाहिए।

इस चार्ट को ऐसे समझें

यह चार्ट दो पार्ट्स में बंटा हुआ है। पहला जब आपके बच्चे को पहला टीका लगा और दूसरा अगले टीके के बीच का अंतराल। 

उदहारण से ऐसे समझें

डीटीपी वैक्सीन

-आपके बच्चे को जन्म के कम से कम 6 सप्ताह बाद डीटीपी टीका की पहली खुराक दी जानी चाहिए।- दूसरी खुराक को पहली खुराक के 4 सप्ताह बाद दी जानी चाहिए।- दूसरी खुराक के बाद 4 सप्ताह बाद तीसरी खुराक दी जाती है।- बूस्टर 1 तीसरी खुराक के 6 महीने बाद दिया जाता है।- और बूस्टर 2, बूस्टर 1 के 3 साल बाद दिया जाता है।

ओह नो! टीका लगवाने की डेट निकल गई, अब क्या होगा???

अगर किसी वजह से आप अपने बच्चे को खुराक दिलाना भूल गए हैं, तो घबराएं नहीं, ऐसे में आपको कैच-अप चार्ट फॉलो करना चाहिए। लेकिन सबसे पहले आपको अपने पीडियाट्रिक्स से संपर्क करना चाहिए। 

कैच-अप चार्ट को ऐसे समझें

यह चार्ट भी दो पार्ट्स में बंटा हुआ है।  पहला अगर आप बच्चे को पहला टीका देना भूल गए, तो क्या करें? दूसरा अगले टीके के बीच का अंतराल। 

उदहारण से ऐसे समझें

डीटीपी वैक्सीन

- यदि आपके बच्चे को ओरिजनल डीटीपी टीका नहीं लग पाया जोकि जन्म के 6 सप्ताह बाद दिया जाता है, तो - कैच-अप वर्जन की पहली खुराक किसी भी समय दी जा सकती है - दूसरी खुराक एक महीने बाद दी जाएगी।- तीसरी खुराक, दूसरी खुराक के 5 महीने बाद दी जानी चाहिए।

टीका कैसे काम करता है?

टीका बीमारियों के वायरस को कमजोर कर देता है या उसे खत्म कर देता है। बेशक टीका लगाने से बच्चे का इम्युनिटी सिस्टम मजबूत बनता है लेकिन मजबूत बना रहने के लिए आपको उसका पूरा ध्यान रखना चाहिए। 

बच्चे को टीके क्यों लगाए जाते हैं?

टीका लगाने से बच्चे का इम्युनिटी सिस्टम मजबूत होता है जिससे उसे भविष्य में खतरनाक बीमारियों से बचने में मदद मिलती है। टीकाकरण संक्रामक बीमारियों जैसे श्वास, पोलियो इत्यादि के प्रसार को रोकने के लिए सबसे प्रभावी तरीका साबित हुआ है। 

टीकाकरण के कोई साइड इफेक्ट्स होते हैं?

टीका लगने के बाद बच्चे को हल्का बुखार या दर्द हो सकता है। अगर ऐसा कई दिनों तक होता है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। 

बच्चे को टीका कैसे और कहां लगवाया जा सकता है?

बच्चे को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या सरकार द्वारा आयोजित टीकाकरण सत्र में टीका लगवाया जा सकता है। टीकाकरण सेवाएं निजी स्वास्थ्य केंद्रों और प्राइवेट डॉक्टर्स द्वारा भी उपलब्ध करायी जाती हैं।

इस पर कितना खर्च आता है?

ये टीके सरकारी स्‍वास्‍थ्‍य केंद्रों में और सम्‍पूर्ण टीकाकरण कार्यक्रम (UIP) के तहत आयोजित टीकाकरण सत्रों में मुफ्त लगाये जाते हैं।

स्वस्थ बच्चों का टीकाकरण कराने की क्या जरूरत है?

स्वस्थ बच्चों का टीकाकरण करना भी आवश्‍यक है, क्‍योंकि टीकाकरण कराने से बीमारी के हमला करने से पहले ही बच्चों को सुरक्षा मिल जाती है। अगर आप अपने बच्चे के बीमार पड़ने का इंतज़ार करेंगे, तो टीकों के असर करने के लिए बहुत देर हो जाएगी। 

अगर किसी बच्चे को हाल ही में ओरल पोलियो वैक्सीन दिया गया है, तो क्या उसे पोलियो अभियान के दौरान एक और खुराक पिलायी जा सकती है?

जी हां, पल्स पोलियो अभियानों के दौरान, यह जरूरी है कि 5 साल से छोटे सभी बच्चों को ओपीवी (OPV) की अतिरक्त खुराक पिलायी जाए।

नोट- ऊपर दी गई सारी जानकारी इंडियन अकैडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स की वेबसाइट पर उपलब्ध है। अगर आपको यह कंटेंट समझ नहीं आ रहा है, तो आपको सही जानकारी लेने के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।  

(फोटो- पिक्साबे) 

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