लाइव न्यूज़ :

मोमबत्ती से निकलने वाले धुएं से हल्के अस्थमा वाले लोगों के सेहत पर पड़ सकता है बुरा असर, शोध में हुआ खुलासा

By आजाद खान | Updated: September 4, 2023 13:08 IST

शोध में यह भी कहा गया है कि इस तरीके से घर में निकलने वाले धुंओं के बारे में गहरा चिंतन कर हम केवल अस्थमा वाले लोगों के लिए ही नहीं, बल्कि सभी के लिए फेफड़ों की गंभीर समस्याओं, हृदय की समस्याओं और कैंसर के खतरे को कम करने में कामयाब हो सकते है।

Open in App
ठळक मुद्देघर में मोमबत्ती जलाने और खाना पकाने से आपको दिक्कत हो सकती है। इससे निकलने वाले धुएं से हल्के अस्थमें वाले रोगियों को भी परेशानी हो सकती है। शोध में पाया गया है कि इससे युवा ज्यादा प्रभावित हो सकते है।

Health News: हाल में हुए एक नए शोध में यह पता चला है कि घर में मौजूद वायु प्रदूषण भी आपके सेहत पर बुरा असर डाल सकते है। शोध के अनुसार, जब आप घर में खाना पकाते हैं या फिर आप मोमबत्तियां जलाते हैं तो इस हालत में उससे निकलने वाले धुएं से आपका हेल्थ खराब हो सकता है। 

इस स्टडी को पूरा करने के लिए 18 से 25 साल के युवकों पर शोध किया गया है जिन्हें हल्के अस्थमा से पीड़ित थे और पाया कि आमतौर पर फिट रहने वाले युवा भी इसके शिकार हो रहे है। ऐसे में इस स्टडी में क्या और खुलासा हुआ है, आइए जान लेते हैं। 

स्टडी में क्या खुलासा हुआ है

आरहस यूनिवर्सिटी के एक शोध में यह खुलासा हुआ है कि जब किसी घर में हवा के बाहर निकलने के सही से इंतजाम नहीं होते है और इस घर में जब खाना पकाया जाता है या फिर मोमबत्ती जलाई जाती है तो इससे निकलने वाली धुंआ काफी खतरनाक होती है। इस धुंआ में हानिकारक छोटे-छोटे कण और गैस होते है जो सांस लेने पर शरीर के अंदर चला जाता है। 

स्टडी में पाया गया कि इससे लोगों को जलन, सूजन और डीएनए को नुकसान पहुंचने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। शोधकर्ताओं द्वारा युवाओं में इस तरह के लक्षण पाए जाने को एक चिंताजनक बात कही है। 

केवल अस्थमा वाले मरीज ही नहीं बल्कि कोई भी हो सकता है प्रभावित

शोधकर्ताओं ने बताया कि घर में मौजूद इस तरह के वायु प्रदूषण से न केवल अस्थमा वाले मरीज बल्कि कोई भी आम इंसान इससे प्रभावित हो सकता है। उनका यह भी कहना है कि जिस तरीके से आने वाले कुछ महीने में फिर से सर्दी आने वाली है, इस सीजन में लोग खिड़की और दरवाजों को बंद कर घर में खाना बनाते है साथ में मोमबत्ती भी जलाते हैं। इस सीजन में ये समस्या और भी ज्यादा देखी जाती है। 

ऐसे में जानकार घर के अंदर अच्छी वायु गुणवत्ता को प्राथमिकता देने पर जोर देते है साथ ही उचित वेंटिलेशन का भी इंतजाम करने की बात कहते है। उनका कहना है कि इस तरीके से घर में निकलने वाले धुंओं के बारे में गहरा चिंतन कर हम केवल अस्थमा वाले लोगों के लिए ही नहीं, बल्कि सभी के लिए फेफड़ों की गंभीर समस्याओं, हृदय की समस्याओं और कैंसर के खतरे को कम करने में कामयाब हो सकते है।  

टॅग्स :हेल्थ टिप्सफिटनेस टिप्समेंस हेल्थ टिप्स इन हिंदीवीमेन हेल्थ टिप्स
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यभारतीय वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर 'जेनेटिक स्विच' का पता लगाया, गर्भावस्था में हो सकता मददगार

स्वास्थ्यक्या ‘बेरी’ खाना सुरक्षित है? कीटनाशक डाइमेथोएट के बारे में चिंता करना कितना सही

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा

स्वास्थ्यखांसी-जुकामः कफ सीरप की बिक्री पर लगाम कसने की कोशिश

स्वास्थ्यपुरुषों की शराबखोरी से टूटते घर, समाज के सबसे कमजोर पर सबसे ज्यादा मार

स्वास्थ्यकश्‍मीर की हवा, कोयला जलाने की आदत, आंखों में जलन, गले में चुभन और सांस लेने में दिक्कत?

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत