लाइव न्यूज़ :

Diwali 2023: दीपावली पर बच्चों की आंखों को ऐसे रखें सुरक्षित, अपनाएं ये आसान टिप्स

By धीरज मिश्रा | Updated: November 11, 2023 13:27 IST

Diwali 2023: देशभर में 12 नवंबर को धूमधाम से रोशनी का त्योहार दीपावली मनाई जाएगी। दिल्ली-एनसीआर में भी लोगों ने त्योहार मनाने से पहले घरो को सजा लिया है। बच्चों ने भी अपने ढंग से दीपावली मनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। शाम के वक्त से पटाखे जलने भी शुरू हो जाएंगे। ऐसे में बच्चों के स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना जरूरी है।

Open in App
ठळक मुद्देदीपावली पर रात भर होने वाली आतिशबाजी से बच्चों की आंखों पर असर पड़ सकता हैडॉक्टरों की राय, आतिशबाजी हो रही है तो वहां जाने से खुद को भी रोके और बच्चों को भी न जाने देधुएं से आंखों में जलन की शिकायत हो सकती है, इसलिए संभव हो तो ईको-फ्रेंडली दीपावली मनाए

Diwali 2023: देशभर में 12 नवंबर को धूमधाम से रोशनी का त्योहार दीपावली मनाई जाएगी। दिल्ली-एनसीआर में भी लोगों ने त्योहार मनाने से पहले घरो को सजा लिया है। बच्चों ने भी अपने ढंग से दीपावली मनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। शाम के वक्त से पटाखे जलने भी शुरू हो जाएंगे। ऐसे में बच्चों के स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना जरूरी है। खासतौर पर उनकी आंखों पर, क्योंकि रात भर होने वाली आतिशबाजी और चमकदार दीयों से उनकी आंखों पर असर पड़ सकता है।

हालांकि, कुछ सिंपल स्टेप्स के माध्यम आप अपने बच्चों की आंखों को सुरक्षित रख सकते हैं। त्योहार के इस सीजन में बच्चों की आंखों को कैसे सुरक्षित रखें। इसे लेकर जयपुर के सांकरा आई हॉस्पिटल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.नीरज शाह ने कुछ सिंपल स्टेप्स बताए। आइए जानते हैं।

जहां हो आतिशबाजी वहां बच्चों को न जाने दे

डॉक्टर के अनुसार, अगर आस-पास आतिशबाजी हो रही है तो वहां जाने से खुद को भी रोके और बच्चों को भी न जाने दे। पटाखे जलाते वक्त सुरक्षा के लिए चश्मा पहना जरूरी है।चूंकि बच्चे स्वाभाविक रूप से जहां आतिशबाजी हो रही है वहां जाना चाहते हैं क्योंकि वह उस ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं। अगर बच्चा आतिशबाजी के पास है तो उसकी बारीकी से निगरानी करें, जिससे उसे आतिशबाजी के नजदीक जाने से रोका जाए। कई बार अभिभभावक ध्यान नहीं देते और बच्चों को पटाखे से शारीरिक नुकसान हो जाता है।

बच्चों को गाइड करे

डॉक्टरों के अनुसार, दीपावली पर बच्चों को उनके स्वास्थ्य के प्रति गाइड करना भी जरूरी है। अभिभावक उन्हें यह बताए कि जब भी वह पटाखे छोड़ रहे हो, अपना चेहरा हमेशा पटाखे से दूर रखे। साथ ही ऐसा कहना कि बच्चों के लिए फुलझड़ियां सुरक्षित हैं कई बार यह बच्चों के लिए घातक साबित हो सकती हैं। इनसे निकलने वाली चिंगारी बच्चों की आंखों को चोटिल कर सकती है।

हाथ धोना बेहद जरूरी

दीपावली पर सबसे बड़ी लापरवाही बच्चों की ओर से यह होती है कि वह हाथ नहीं धोते हैं। कई बार जिन हाथों से पटाखे छोड़़े उन्हीं हाथों से आंखों को टच किया। जिससे आंखों में जलन की शिकायत होती हैं। क्योंकि पटाखों के हानिकारक रसायन हाथों के माध्यम से आंखों में चला जाता है। इसलिए बच्चों को हाथ धोना बेहद ही जरूरी है। पटाखों के धुएं से आंखों में जलन की शिकायत हो सकती है। इसलिए संभव हो तो ईको-फ्रेंडली दीपावली मनाए। साथ ही कोशिश करे कि ज्यादा आतिशबाजी न करे। 

आंखों में जलन तो क्या करे

डॉक्टर के अनुसार, आंखों में जलन की शिकायत है तो आंखों में आई ड्राप डाल सकते हैं। घर पर प्राथमिक चिकित्सा किट भी साथ रख सकते हैं। कई बार आंखों की चोट में इसकी सख्त जरूरत होती है। इस तरह के कुछ स्टेप्स को फोलो कर आप अपने बच्चों की आंखों को इस दीपावली सुरक्षित रख सकते हैं।

(डिस्क्लेमर: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य विशेषज्ञत राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श लें। लोकमत हिंदी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

टॅग्स :दिवालीदिल्लीनॉएडाFaridabadगुरुग्रामडॉक्टरमेडिकल ट्रीटमेंटMedical and HealthMedical College cum HospitalMedical Treatment
Open in App

संबंधित खबरें

भारतIndiGo Flights Cancelled: इंडिगो ने दिल्ली से सभी फ्लाइट्स आज रात तक की बंद, यात्रियों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी

भारतDelhi Traffic Advisory: पुतिन के दौरे को लेकर दिल्ली में ट्रैफिक एडवाइजरी जारी, इन रास्तों पर जाने की मनाही; चेक करें

भारतUP: ट्रैफिक रूल्स तोड़ने में नोएडा पहले और लखनऊ दूसरे स्थान पर, राज्य में दस माह में 1.27 करोड़ लोगों का चालन, इनमें एक भी पुलिसवाला नहीं

भारतIndiGo Flight Crisis: 8 एयरपोर्ट पर 100 से ज्यादा उड़ानें रद्द, यहां देखें दिल्ली-मुंबई समेत शहरों की इंडिगो फ्लाइट लिस्ट

भारतPutin visit India: पीएम मोदी और पुतिन के बीच होगा प्राइवेट डिनर, मेजबानी के लिए पीएम तैयार

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा

स्वास्थ्यखांसी-जुकामः कफ सीरप की बिक्री पर लगाम कसने की कोशिश

स्वास्थ्यपुरुषों की शराबखोरी से टूटते घर, समाज के सबसे कमजोर पर सबसे ज्यादा मार

स्वास्थ्यकश्‍मीर की हवा, कोयला जलाने की आदत, आंखों में जलन, गले में चुभन और सांस लेने में दिक्कत?

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत