सावधान! पैंक्रियाज कैंसर होने से पहले मिलती हैं 6 चेतावनी, ऐसे लोगों को है ज्यादा खतरा
By उस्मान | Published: November 25, 2019 03:49 PM2019-11-25T15:49:19+5:302019-11-25T15:49:19+5:30
कैंसर के सभी नए मामलों में से करीब तीन फीसदी मामले अग्नाशय कैंसर के होते हैं।
पचास साल की उम्र से पहले ही कोई व्यक्ति यदि ज्यादा वजन का शिकार हो जाता है तो अग्न्याशय कैंसर से उसकी मौत का जोखिम काफी बढ़ जाता है। एक अध्ययन में यह पाया गया है। शोधकर्ताओं ने कहा कि अग्नाशय कैंसर के मामले तुलनात्मक रूप से कम सामने आते हैं।
कैंसर के सभी नए मामलों में से करीब तीन फीसदी मामले अग्नाशय कैंसर के होते हैं। हालांकि, यह काफी जानलेवा किस्म का होता है। इसमें पिछले पांच साल में जीवित बचने की दर महज 8.5 फीसदी रही है।
अमेरिकन कैंसर सोसाइटी में एपिडेमियोलॉजी रिसर्च के वरिष्ठ वैज्ञानिक निदेशक एरिक जे जैकब्स ने कहा, 'वर्ष 2000 के बाद से ही अग्न्याशय कैंसर के मामलों में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होती जा रही है। उन्होंने एक बयान में कहा, 'हम इस बढ़ोतरी से पसोपेश में है, क्योंकि अग्नाशय कैंसर का बड़ा कारण धूम्रपान अब कम होता जा रहा है।'
शोध टीम ने अमेरिका के 963,317 ऐसे वयस्कों से जुड़े डेटा का परीक्षण किया जिनका कैंसर का कोई इतिहास नहीं रहा। इन सभी लोगों ने अध्ययन की शुरुआत के समय सिर्फ एक बार अपना वजन और अपनी लंबाई बताई। उस वक्त इनमें से कुछ लोग 30 साल के भी थे तो कुछ 70 या 80 साल के भी थे।
शोधकर्ताओं ने ज्यादा वजन के संकेतक के तौर पर बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) की गणना की।
बाद में शोध में हिस्सा लेने वालों में से 8,354 की मौत अग्न्याशय कैंसर से हो गई, लेकिन जोखिम में यह बढ़ोतरी उनमें देखी गई थी जिनके बीएमआई का आकलन शुरुआती आयु में किया गया था। जैकब्स ने कहा कि अध्ययन के नतीजे संकेत देते हैं कि अत्यधिक वजन से अग्न्याशय कैंसर की चपेट में आने का खतरा कई गुना बढ़ गया है।
अग्नाशय कैंसर के संकेत और लक्षण
1) पेट के निचले हिस्से और पेट में दर्द होनाअग्नाशय कैंसर के शुरूआती लक्षणों में से एक हैं। सामान्य तौर पर आपको पेट के ऊपरी हिस्से में तेज दर्द महसूस होगा और धीरे-धीरे यह दर्द पीठ तक पहुंच जाता है।
2) अग्नाशय कैंसर से पीड़ित व्यक्तियों में पीलिया होना सामान्य बात है। पीलिया के कारण व्यक्ति को पैर और हाथ, मुख्य रूप से तलवों और हथेलियों में खुजली होती है। इसमें पूरा शरीर हल्के पीले रंग का हो जाता है।
3) अचानक वजन कम होना अग्नाशय कैंसर के मुख्य लक्षणों में से एक है। व्यक्ति का वजन तभी घटता है जब ट्यूमर शरीर के अन्य अंगों में फैलने लगता है और उनके कार्यों में गड़बड़ी पैदा करने लगता है।
4) जी मिचली आना और उल्टी होना अग्नाशय कैंसर के लक्षणों में से एक है। जब ट्यूमर बढ़ने लगता है तो यह पाचन तंत्र के कुछ हिस्सों को अवरुद्ध कर देता है और पाचन क्रिया को प्रभावित करता है। इसकी वजह से मिचली आने लगती है और लोगों को उल्टियां भी होने लगती हैं ।
5) अग्नाशय कैंसर से पीड़ित व्यक्तियों के पेशाब का रंग नारंगी, भूरा या एंबर शेड जैसा हो जाता है। शरीर में बढ़ रहा ट्यूमर पित्त को अवरुद्ध कर देता है और शरीर से निकलने नहीं देता है।
6) पीड़ित व्यक्ति का मल पीला और बदबूदार हो जाता है। यह शरीर में ट्यूमर के बढ़ने की वजह से होता है जो कि अग्नाशय को शरीर में पाचन एंजाइम पैदा करने से रोकता है।