"100 सिगरेट पीने के बराबर है रूम में मॉस्किटो कॉइल का जलाना...", अध्ययन में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
By आजाद खान | Published: May 4, 2023 02:32 PM2023-05-04T14:32:54+5:302023-05-04T15:35:36+5:30
एक स्टडी के अनुसार, किसी कमरे में मॉस्किटो कॉइल का जलाना करीब 100 सिगरेट पीने के बराबर है। हालांकि इन कॉइल से सिगरेट के समान धुआं नहीं निकलता है लेकिन फिर भी इसके नुकसान सिगरेट से अधिक देखें गए हैं।
Side Effect Of Moasquito Repellent: गर्मी आते ही मच्छर भी लगने लगते है और दिन के साथ रात में भी ये परेशान करने लगते है। ये मच्छर इतना परेशान करते है कि इनके कारण लोग सही से सो तक नहीं पाते है। ऐसे में लोग इससे बचने और चैन की नींद लेने के लिए तरह-तरह के उपाय करते है। कुछ लोग जहां क्रीम और कॉइल का इस्तेमाल करते है तो वहीं कुछ लोग मैट लगाकर सोते है ताकि वे रात में आराम से सो सके।
क्या आप जानते है कि मच्छरों से बचने के लिए ये मॉस्किटो रेपेलेंट हेल्थ के लिए सही नहीं होते है और इससे आपकी समस्या बढ़ भी सकती है। ऐसे में आइए जानते है कि इन मॉस्किटो रेपेलेंट का इस्तेमाल करना कितना सही है और जानकार इसके बारे में क्या कहते है। यही नहीं हम यह भी जानने की कोशिश करेंगे कि मच्छरों से बचने के लिए इन मॉस्किटो रेपेलेंट को इस्तेमाल न करें तो क्या करें।
मॉस्किटो रेपेलेंट जैसे कॉइल जलाने 100 सिगरेट पीने के बराबर है
हेल्थ एक्सपर्ट्स की अगर माने तो मॉस्किटो रेपेलेंट में पाए जाने वाले पदार्थ हमारे सेहत और नेचर के लिए सही नहीं है। उनका कहना है कि घर में मॉस्किटो रेपेलेंट जैसे कॉइल जलाने से स्वास्थ्य संबंधी जोखिम बढ़ रहे हैं। इस संबंध में एनवायरमेंट हेल्थ प्रोस्पेक्टिव द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन में यह खुलासा हुआ है कि "यह कहना सही है कि एक सूट रूम में मच्छर कॉइल जलाना लगभग 100 सिगरेट पीने के बराबर होता है।"
जानकारों के अनुसार, भले ही कॉइल के अंदर से सिगरेट जैसे धुआं न निकले लेकिन इससे निकलने वाली गंध आपके सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इन कॉइल में बेंजो पायरेंस और बेंजो फ्लूओरोथेन जैसे तत्व पाए जाते है जिससे हमें सेहत से जुड़ी गंभीर समस्या होती है।
कॉइल के इस्तेमाल से हो सकती है यह गंभीर समस्या
एक्सपर्ट्स की अगर माने तो कॉइल से निकलने वाला धुआं या गंध आपके सेहत पर बहुत प्रभाव डालता है। इस कारण आपके फेफड़ों में कैंसर विकसित होने की भारी संभावना बन जाती है। यही नहीं इसके इस्तेमाल से लोगों को अस्थमा की भी समस्या होती है। यही कारण है कि लोगों को किसी भी मॉस्किटो रेपेलेंट से दूर रहने की सलाह दी जाती है ताकि वे अंजाने में गंभीर बीमारियों पकड़ में न आ जाएं।
मॉस्किटो रेपेलेंट के जगह ये करें इस्तेमाल
हेल्थ से जुड़े जानकार लोगों को किसी भी मॉस्किटो रेपेलेंट से बचने की सलाह देते है। वे ऐसे लोगों को मैट या मच्छरदानी इस्तेमाल करने की सलाह देते है। यही नहीं ये लोगों को कुछ नेचुरल और सुरक्षित विकल्पों को भी यूज करने की सलाह देते है जैसे नीम की पत्ती आदि के इस्तेमाल से भी मच्छर दूर होते है।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Lokmat Hindi News इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)