Lunar Eclipse: चंद्र ग्रहण पर इन कामों से बचें गर्भवती महिलाएं, वरना बच्चे की सेहत पर पड़ सकता है असर

By उस्मान | Updated: June 5, 2020 09:34 IST2020-06-05T09:24:13+5:302020-06-05T09:34:20+5:30

Pregnancy and Lunar Eclipse myths and facts: ऐसा माना जाता है कि ग्रहण देखने वाली महिलाओं का बच्चा खूबसूरत पैदा नहीं होता है

Lunar Eclipse or 05 June 2020: side effects of Chandra Grahan on pregnant women's health, myths and facts of pregnancy and Chandra Grahan in Hindi | Lunar Eclipse: चंद्र ग्रहण पर इन कामों से बचें गर्भवती महिलाएं, वरना बच्चे की सेहत पर पड़ सकता है असर

Lunar Eclipse: चंद्र ग्रहण पर इन कामों से बचें गर्भवती महिलाएं, वरना बच्चे की सेहत पर पड़ सकता है असर

Lunar Eclipse 05 June 2020: साल 2020 का दूसरा चंद्र ग्रहण आज यानी 05 जून को लग रहा है। पहला चंद्र ग्रहण 10 जनवरी को लगा था। बताया जा रहा है कि इस बार का ग्रहण 3 घंटे, 19 मिनट का होगा। 

चंद्र ग्रहण क्या है?

चंद्र ग्रहण एक घटना है जो पृथ्वी की छाया के परिणामस्वरूप सूर्य के प्रकाश को अवरुद्ध करती है। आज लगने वाला चंद्र ग्रहण एशिया, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका देख सकते हैं। आकाश के स्पष्ट होने पर रात में हर जगह से ग्रहण दिखाई दे सकता है। 

कब और कहां लगेगा चंद्र ग्रहण

पृथ्वी चंद्रमा की सतह तक पहुंचने से सूर्य की कुछ रोशनी को अवरुद्ध करती है और चंद्रमा के एक हिस्से को अपनी बाहरी छाया के साथ कवर करती है, जिसे पेनुमब्रल के रूप में भी जाना जाता है। आज लगने वाला पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण ही है।

चंद्र ग्रहण लगने का समय

बताया जा रहा है कि इस बार का चंद्र ग्रहण 05 जून रात 11:15 बजे से शुरू होगा और 06 जून 02:34 बजे तक रहेगा। इस तरह यह 3 घंटे, 19 मिनट का होगा. कहा जाता है कि इस दौरान कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी है, खासकर गर्भवती महिलाओं को। 

चंद्र ग्रहण और गर्भवती महिला

भारत सहित कई देशों में चंद्र ग्रहण को गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इससे भ्रूण का विकास प्रभावित हो सकता है। कुछ लोग तो ऐसा भी मानते हैं कि इससे बच्चा बदसूरत या शारीरिक रूप से विकलांग जन्म ले सकता है।

ऐसा भी कहा जाता है कि ग्रहण का असर हर राशि पर पड़ता है। पर गर्भवती स्त्री और बच्चे के लिए चंद्र ग्रहण का प्रभाव 108 दिनों तक रहता है। गर्भवती महिला को ग्रहण काल में बिना देव मूर्ति स्पर्श किए जप करना चाहिए। ये भी बताया गया है कि गर्भवती स्त्री को ग्रहण के समय अपनी सुरक्षा करनी चाहिए।

घर की दहलीज पार नहीं करनी चाहिए। यही वजह है कि इस दौरान उन्हें घर के अंदर रहने की सलाह दी जाती है। इतना ही नहीं किसी तरह की अनहोनी से बचने के लिए उन्हें कई तरह की सलाह और सुझाव दिए जाते हैं। उदहारण के लिए- 

- पैनी चीजों जैसे सुईं और कैंची का इस्तेमाल से बचें
- ग्रहण के दौरान कुछ भी खाने से बचें
- ग्रहण अवधि के दौरान पर्याप्त आराम करें
- बाहरी किरणों को घर के अंदर ना आने दें 
- ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान करें
- ग्रहण के दौरान कुछ भी पकाएं नहीं
- ग्रहण के दौरान पानी न पीएं

क्या कहते हैं डॉक्टर

हालांकि चंद्र ग्रहण से गर्भवती महिला और शिशु पर होने वाले प्रभाव को प्रमाणित करने के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, लेकिन इस तरह का अंधविश्वास लोगों के दिमाग में इतना हावी है कि गर्भवती महिला और उसका परिवार स्वाभाविक रूप से इसे लेकर चिंता करते हैं।

गाजियाबाद स्थित अटलांटा हॉस्पिटल में गाइनोकोलॉजिस्ट डॉक्टर सुमन वर्मा का अनुसार, याद रखें, इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को क्या करना चाहिए और क्या नहीं। सुनिश्चित करें कि आप हाइड्रेटेड रहें और भोजन के बिना न रहें। लंबे समय कुछ नहीं खानेपीने से आपको कमजोरी महसूस हो सकती है और आपको एसिडिटी की समस्या हो सकती है।

Read in English

English summary :
Eclipse affects every zodiac sign. But the effect of lunar eclipse lasts for 108 days for a pregnant woman and child. A pregnant woman should chant during the eclipse period without touching the deity idol. It has also been told that a pregnant woman should protect herself at the time of eclipse.


Web Title: Lunar Eclipse or 05 June 2020: side effects of Chandra Grahan on pregnant women's health, myths and facts of pregnancy and Chandra Grahan in Hindi

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