अगर सेल्फी लेने से आपका मन नहीं भरता तो यह खबर आपके लिए है। हाल ही के सर्वे में यह बात सामने आई है कि भारत में लोगों को सेल्फी लेने की बीमारी है। लंदन की नॅार्टिघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी और तमिलनाडु के त्यागराजार स्कूल ऑफ मैनेजमेंट की ओर से हुए इस शोध में पता चला है कि दिन में तीन बार से ज्यादा सेल्फी लेना एक गम्भीर डिसॅार्डर है। यह रिर्सच इंटरनेशनल जर्नल ऑफ मेन्टल हेल्थ में एंड अडिक्शन में प्रकाशित भी किया गया है।
सेल्फाइटिस के हैं शिकार
शोधकर्ताओं ने सेल्फी लेने की इस बीमारी को सेल्फाइटिस का नाम दिया है। शोधकर्ता मार्क ग्रिफिस ने बताया कि इस शोध के बाद दुनिया का पहला सेल्फाइटिस बिहेवियर स्केल भी तैयार किया गया है। इस स्केल को 300 लोगों के ग्रुप और 600 लोगों के ऊपर टेस्ट किया गया है। इस टेस्स में सामने आया है कि ज्यादा सेल्फी लेने वाले लोग नशेबाज की तरह होते हैं।
60 प्रतिशत मौत की वजह है सेल्फी
भारत में किए गए इस रिर्सच का कारण देश में तेजी से बढ़ते सोशल यूर्जस हैं। सेल्फी की वजह से दुनिया भर में होने वाली मौत में से 60 प्रतिशत मौतें भारत में होती है। मार्च 2014 से सितम्बर 2016 तक 128 मौते सेल्फी लेने की वजह से हुई हैं जिनमें से 75 मौतें अकेले भारत में हुईं हैं।
ऐसे करें अपने सेल्फी एडिक्ट होने की पहचान
दिन में तीन बार बिना किसी वजह के सेल्फी लेते हैं।सेल्फी लेने के बाद उसे सोशल साइट पर नहीं करते हैं पोस्ट।
एल्बो की समस्या भी कर सकती है परेशान
ज्यादा सेल्फी लेने वालों को ऐल्बो की समस्या भी परेशान कर सकती है। रिर्सच में यह भी कहा गया है कि लोग ज्यादातर अपनी यादों को संजोने के लिए नहीं बल्कि अपना मूड सही करने के लिए सेल्फी लेते हैं।