बच्चों में अस्थमा का एक यह भी है बड़ा कारण, बच्चों में अस्थमा के लक्षण और कंट्रोल करने के तरीके
By भाषा | Published: November 27, 2018 03:21 PM2018-11-27T15:21:18+5:302018-11-27T15:21:18+5:30
अस्थमा या दमा श्वसन तंत्र की बीमारी है जिसके कारण सांस लेना मुश्किल हो जाता है। दुर्भाग्य से इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। सिर्फ सही देखभाल के जरिए इसे कंट्रोल किया जा सकता है। यह खतरनाक बीमारी सिर्फ बड़ों को ही नहीं बल्कि बच्चों कि भी अपनी चपेट में ले सकती है।
अस्थमा या दमा श्वसन तंत्र की बीमारी है जिसके कारण सांस लेना मुश्किल हो जाता है। दुर्भाग्य से इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। सिर्फ सही देखभाल के जरिए इसे कंट्रोल किया जा सकता है। यह खतरनाक बीमारी सिर्फ बड़ों को ही नहीं बल्कि बच्चों कि भी अपनी चपेट में ले सकती है। बच्चों में अस्थमा के कई कारण हैं लेकिन एक नए अध्ययन में पता चला है कि सही वजन हजारों बच्चों को अस्थमा जैसी बीमारियों से बचा सकता है।
अमेरिका के ड्यूक विश्विद्यालय ने अपने अध्ययन के लिए अमेरिका के पांच लाख से अधिक बच्चों के स्वास्थ्य आंकडों का विश्लेषण किया और पाया कि करीब एक चौथाई बच्चों (23 से 27 प्रतिशत) में अस्थमा के लिए मोटापा जिम्मेदार है। पीडिएट्रिक्स पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक दो से 17 वर्ष के बीच के कम से कम 10 प्रतिशत बच्चों के वजन यदि नियंत्रित होते तो वे बीमारी की चपेट में आने से बच सकते हैं।
ड्यूक विश्वविद्यालय के असोसिएट प्रोफेसर जेसन ई लांग कहते हैं, 'अस्थमा बच्चों में होने वाली क्रोनिक बीमारियों में अहम है और बचपन में वायरल संक्रमण तथा जीन संबंधी कुछ ऐसे कारण हैं जिन्हें होने से रोका नहीं जा सकता।' वह कहते हैं कि बचपन में अस्थमा होने के पीछे मोटापा एकमात्र कारण हो सकता है जिसे रोका भी जा सकता है। इससे पता चलता है कि बच्चों को किसी प्रकार की गतिविधि में लगाए रखना और उनका उचित वजन होना जरूरी है।
बच्चों में अस्थमा के अन्य लक्षण
-अगर बच्चे के नाक की एलर्जी है, तो आगे चलकर वो अस्थमा का रूप ले सकती है
- साइनस और फ्लू के कारण भी बच्चों को अस्थमा हो सकता है
- सिगरेट के धुएं से भी उन्हें अस्थमा हो सकता है
- अगर पेरेंट्स को अस्थमा है, तो बच्चे को भी हो सकता है
बच्चों में अस्थमा के लक्षण
- लगातार खांसी आना
- सांस छोड़ते समय आवाज आना
- सांस में कमी
- सीने में दर्द
- घबराहट के साथ बच्चे का परेशान होना
- हमेशा थकान महसूस होना
अस्थमा से पीड़ित बच्चे की ऐसे करें देखभाल
- उसके कपड़ों को रोजाना गर्म पानी से धोयें
- बच्चे को जानवरों से दूर रखें
- उसे समय पर दवाएं दें
- उसके पास हमेशा इन्हेलर रहे
- रोजाना हल्की एक्सरसाइज करवाएं
- बच्चे को धूल मिट्टी से बचाकर रखें