बदलते समय के साथ हमारा रूटीन भी बदलता है। खाने-पीने की आदतें, ऑफिस में घंटों तक सीट पर बैठे रहने की आदत, इन्हीं सब बातों के कारण हमारी बॉडी फिटनेस प्रभावित होती है। ऐसे में पेट की चर्बी बढ़ने लगती है। हमारी बॉडी के कुछ हिस्से ऐसे होते हैं जहां से मोटापा कम कर पाना बहुत मुश्किल होता है। इन्हीं में से एक होता है 'पेट का मोटापा'। जिसे स्ट्रिक्ट डायट और जिम के बाद भी हम पूरी तरह से कम नहीं कर पाते हैं। लेकिन आयुर्वेद में कुछ ऐसी जड़ी-बूटियां हैं जिनकी मदद से आप अपने पेट के मोटापे से जल्द-से जल्द छुटकारा पा सकते हैं।
हमारी सभी हेल्थ समस्याओं का इलाज आयुर्वेद में मिलता है। फिर चाहे वो चर्बी कम करना हो या डायबिटीज, हाईब्लड प्रेशर जैसी कई बीमारियों का इलाज आयुर्वेद में संभव है। आज हम आपको आयुर्वेद के खजाने से 5 ऐसे हर्ब्स या जड़ी-बूटियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनको खाकर आप अपने पेट की चर्बी को कम कर सकते हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि अन्य बाजारी दवाओं की तरह इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है।
एलोवेरा
एलोवेरा स्किन को साफ रखने और नेचुरल निखार देने के लिए जाना जाता है। लेकिन यह पौधा आपके पेट के फैट को कम करने में भी मददगार है। इसे हिंदी में घृतकुमारी भी कहते हैं। इसके जूस को चमत्कारी भी कहा जाता है, जिसके सेवन से आपको बहुत से स्वास्थ्य संबंधी लाभ मिल सकते हैं। एलोवेरा जूस का रोजाना सेवन पेट की चर्बी को कम करने में लाभकारी है। लेकिन कम से कम 2 सप्ताह लगातार इसका सेवन करें।
मिंट
मिंट या पुदीना एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जिसे लगभग हर घर में उप्योह किया जाता है। ये ना सिर्फ आपके स्वाद को बढ़ाता है बल्कि आपके पेट की चर्बी को भी कम करता है। पुदीने में कैलोरी की मात्रा कम और फाइबर की मात्रा सबसे अधिक होती है। जो हमें इंस्टेट एनर्जी देता है।
करी लीव्स/मीठा नीम
करी पत्ता या मीठी नीम में स्वास्थ्य से जुड़े गुणों की भरमार है। विशेषज्ञों की मानें तो करी पत्ता खाने या उसे किसी भी रूप में लेने से यह हमारे शरीर को डिटाक्सफाइ करता है और हमारे शरीर के फैट को भी कम करता है। फैट के अलावा करी पत्ता हमारे शरीर के कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है।
अदरक
आयुर्वेद में भी अदरक के स्वास्थ्यवर्धक गुण बताये गए हैं। ताजे अदरक को शहद के साथ खाने से यह बॉडी फैट को काटता है। अदरक को सुबह के समय खाने से यह शरीर के ताप को बढ़ाकर इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। इसे सुबह सुबह चाय के रूप में पिएं, दिनभर एनर्जी बनी रहेगी।
मुलेठी
इटली की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नियमित रूप से मुलेठी खाने से बिना किसी दुष्प्रभाव के शरीर से वसा कम हो सकता है। इसमें मौजूद फ्लेवोनॉयड प्रभावी ढंग से पेट की वसा से लड़ने में मदद कर सकते हैं। मुलेठी के नियमित सेवन से आपके शरीर की चर्बी कम होती है और इससे आपके गले को भी फायदा मिलता है।