Health Tips: महिलाएं 35 की उम्र के बाद जरूर कराएं ये टेस्ट
By सैयद मोबीन | Published: December 16, 2023 01:16 PM2023-12-16T13:16:11+5:302023-12-16T13:16:48+5:30
किसी भी बीमारी का जल्दी निदान बहुत जरूरी है इसलिए कोई भी स्वास्थ्य समस्या है तो उसे सहन करने के बजाय परिवार के साथ शेयर जरूर करें ताकि सही समय पर जांच हो सके।
नागपुर: महिलाएं अपने परिवार की देखभाल में इतनी व्यस्त रहती हैं कि उन्हें अपने स्वास्थ्य की चिंता करने की फुर्सत ही नहीं मिलती है लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार परिवार के साथ खुद के स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी महिलाओं के लिए उतना ही जरूरी है।
जिन महिलाओं की फैमिली हिस्ट्री है उन्हें 35 साल की उम्र पार करने के बाद और जिनकी फैमिली हिस्ट्री नहीं है उन महिलाओं को 40 साल की उम्र के बाद कुछ टेस्ट जरूर कराने चाहिए ताकि कोई बीमारी है तो उसका समय पर निदान होने में मदद मिल सके और इससे उपचार भी प्रभावी साबित हो सकता है।
कौन से टेस्ट कब करवाने चाहिए?
मैमोग्राफी: महिलाओं में वैश्विक स्तर पर पाया जाने वाला सबसे आम कैंसर स्तन कैंसर है। यदि किसी महिला की फैमिली हिस्ट्री है तो उन्हें 35 साल की उम्र के बाद मैमोग्राफी करानी चाहिए जबकि बगैर फैमिली हिस्ट्री वाली महिलाओं के लिए 40 साल के बाद मैमोग्राफी कराना जरूरी है। इसके अलावा महिलाओं को हर महीने सेल्फ एग्जामिनेशन जरूर करना चाहिए जैसे कि स्तन में गांठ है या सिकुड़न है, पानी निकल रहा है, ब्लीडिंग हो रही है तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
पैप स्मियर: महिलाओं में पाई जाने वाली दूसरी सबसे आम बीमारी गर्भाशय के मुख का कैंसर है। इससे बचाव के लिए सैक्चुअली एक्टिव या शादीशुदा हर महिला को पैप स्मियर टेस्ट हर तीन साल में एक बार करानी चाहिए। इसके लिए वर्तमान में बहुत अच्छा वैक्सीन उपलब्ध है, जो हर लड़की को 11 साल की उम्र के बाद लगाना चाहिए, इस वैक्सीन के माध्यम से 99 प्रतिशत बचाव किया जा सकता है।
रूटीन चेकअप: इसके अलावा महिलाओं को रूटीन यानी सालाना खून की जांच, थॉयराइड, किडनी, लीवर, विटामिन डी, विटामिन बी-12, हिमोग्लोबीन, सीबीसी आदि जांच जरूर करानी चाहिए. फैमिली हिस्ट्री है या नहीं भी है तो रूटीन चेकअप कराना ही चाहिए। रूटीन अल्ट्रासाउंड सोनोग्राफी भी करानी चाहिए। मधुमेह के लिए भी रूटीन सालाना जांच करानी चाहिए।
समस्या सहन करने के बजाय शेयर करें: महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. पायल अग्रवाल ने बताया कि महिलाएं दूसरों की केयर करने के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य पर भी उतना ही ध्यान दें। यदि आप स्वस्थ रहेंगे तो आपका परिवार भी स्वस्थ रहेगा। किसी भी बीमारी का जल्दी निदान बहुत जरूरी है इसलिए कोई भी स्वास्थ्य समस्या है तो उसे सहन करने के बजाय परिवार के साथ शेयर जरूर करें ताकि सही समय पर जांच हो सके। इससे सही समय पर निदान हो पाएगा और उपचार भी प्रभावी होगा।