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शाकाहारी लोगों को कभी नहीं होगी प्रोटीन की कमी, बस इन चीजों को आज ही अपनी डाइट में करें शामिल

By अंजली चौहान | Updated: June 24, 2023 20:08 IST

हमारे खाने में प्रोटीन का होना बहुत जरूरी होता है। प्रोटीन की कमी मांसाहारी खाने के साथ ही कई तरह के शाकाहारी खाने को खाकर पूरा किया जा सकता है।

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ठळक मुद्देसंतुलित शाकाहारी आहार प्रोटीन की कमी पूरा कर सकता हैसूखे मेवे खाकर प्रोटीन प्राप्त किया जा सकता हैदालों में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है

प्रोटीन हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी तत्व है। ज्यादातर लोगों का मानना है कि प्रोटीन की पूर्ति हमारे शरीर में मांसाहारी खाने से पूरी होती है लेकिन सिर्फ मांसाहारी ही नहीं शाकाहारी खाने में भी बहुत से विकल्प है जिनसे प्रोटीन की आपूर्ति आराम से की जा सकती है। ऐसे में आपको यह जानना जरूरी है कि ये खाद्य पदार्थ कौन से हैं।

कई प्रकार की दालें: शाकाहारी लोगों के लिए सबसे बेहरीन ऑप्शन है दाल। तरह-तरह की दालें जो सेहत के लिए बहुत लाभकारी मानी जाती है और यह पाचन तंत्र में भी किसी तरह की समस्या पैदा नहीं करती।

दालें प्रोटीन, फाइबर और आवश्यक पोषक तत्वों का एक बड़ा स्रोत हैं। इन्हें विभिन्न तरीकों से पकाया जा सकता है और सूप, सलाद या करी में जोड़ा जा सकता है।

टोफू: टोफू सोयाबीन से बना एक बहुमुखी पौधा-आधारित प्रोटीन स्रोत है। इसे कई तरह से पका कर खाया जा सकता है। टोफू प्रोटीन का एक अच्छा स्त्रोत है जो शाकाहारी लोगों के लिए सबसे परफेक्ट है। इसके अलावा इसे ग्रिल किया जा सकता है, तला जा सकता है, या मांस के विकल्प के रूप में सूप और स्ट्यू में इस्तेमाल किया जा सकता है।

चना: चने में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। चने को आप कच्चा भिगोकर सलाद के रूप में खा सकते हैं। इसके अलावा इसकी सब्जी या और तरह के व्यंजन बनाकर भी खा सकते हैं। 

चिया सीड्स: आज-कल चिया सीड्स या चिया के बीज काफी प्रचलन में है। आमतौर पर लोग इसे वजन कम करने के लिए भी इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, चिया सीड्स प्रोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर से भरपूर होते हैं। इन्हें स्मूदी, ओटमील में मिलाया जा सकता है या बेकिंग में अंडे के विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। 

ड्राई फूट्स: मेवे और बादाम, अखरोट, कद्दू के बीज और सूरजमुखी के बीज सभी प्रोटीन से भरपूर होते हैं और एक पौष्टिक नाश्ता बनाते हैं या इन्हें सलाद और स्टर-फ्राई में जोड़ा जा सकता है।

ग्रीक दही: ग्रीक दही प्रोटीन का एक उत्कृष्ट स्रोत है और इसे अकेले ही खाया जा सकता है या स्मूदी, नाश्ते के कटोरे या डेसर्ट के लिए टॉपिंग के रूप में उपयोग किया जा सकता है। दरअसल, ग्रीक दही सामान्य दही की तुलना में गाढ़ा होता है और यह काफी पोष्टिक होता है। 

(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई सभी जानकारी सामान्य ज्ञान पर आधारित है। इस लेख में दिए गए सुझाव की लोकमत हिंदी पुष्टि नहीं करता। किसी भी तरह की सलाह मानने से पहले किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)

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